Gumla : गुमला-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-43) स्थित आंजन धाम टोल प्लाजा एक बार फिर विवादों में है। स्थानीय लोगों ने टोल कर्मियों पर अवैध वसूली और मनमानी का गंभीर आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि टोल प्लाजा पर आने-जाने वाले ग्रामीणों से अब जबरन पैसे लिए जा रहे हैं, जबकि पहले एनएचएआई के निर्देश पर उन्हें आधार कार्ड दिखाकर नि:शुल्क आवागमन की अनुमति दी गई थी।
पास बनवाने के नाम पर वसूले जा रहे ₹340
बुधवार को एक स्थानीय राजगीर ने बताया कि जब वह रांची जा रहा था, तब टोल प्लाजा पर मौजूद कर्मी ने उससे ‘पास बनवाने’ के नाम पर ₹340 प्रति माह देने की मांग की। कर्मी ने बताया कि यह पास सिर्फ एक महीने के लिए मान्य होगा। ऐसे में जो लोग हर महीने रांची आते-जाते हैं, उन्हें कुछ राहत जरूर मिलेगी, लेकिन जो व्यक्ति महीने में केवल एक या दो बार ही रांची जाता है, उन्हें भी पूरा ₹340 चुकाना पड़ रहा है।
पहले भी हुआ था विरोध
कुछ माह पहले भी टोल कर्मियों द्वारा स्थानीय लोगों से जबरन वसूली किए जाने की शिकायतें सामने आई थीं। उस समय जनप्रतिनिधियों ने मौके पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया था और हाई वोल्टेज ड्रामा भी हुआ था। इसके बाद एनएचएआई (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) के अधिकारियों के साथ बैठक कर यह निर्णय लिया गया था कि स्थानीय लोगों को केवल आधार कार्ड दिखाकर टोल से मुक्त किया जाएगा।

फिर शुरू हुई मनमानी
लेकिन अब वही समस्या दोबारा सिर उठा चुकी है। कई लोगों ने बताया कि उनकी गाड़ियों से पैसे काटे जा रहे हैं, जबकि वे इसी क्षेत्र के निवासी हैं। टोलकर्मी अब स्थानीय लोगों से भी पास बनवाने की बात कह रहे हैं। इससे लोगों में गहरा असंतोष और नाराजगी फैल गई है।
सोशल मीडिया पर भी हो रही चर्चा
गुमला के विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुपों में टोल कर्मियों की मनमानी की चर्चाएं जोरों पर हैं। लोग वीडियो और फोटो साझा कर प्रशासन से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
लोगों में फूट सकता है आक्रोश
स्थानीय निवासियों का कहना है कि अगर टोल प्रबंधन ने जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया, तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे। लोगों का कहना है कि यह शोषण बंद नहीं हुआ तो किसी बड़ी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता।
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