Ranchi : रांची विश्वविद्यालय की बदहाल व्यवस्था और छात्रों की लगातार अनदेखी को लेकर गुरुवार को आजसू छात्र संगठन ने जोरदार आंदोलन किया। गुस्साए छात्रों ने कैंपस में शव यात्रा निकालते हुए विश्वविद्यालय का प्रतीकात्मक अंतिम संस्कार किया और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए।
कामकाज पूरी तरह ठप, छात्रों का उग्र विरोध
छात्रों के इस उग्र आंदोलन के कारण विश्वविद्यालय का सारा प्रशासनिक कामकाज दिनभर के लिए ठप हो गया। प्रदर्शनकारियों ने मुख्य प्रशासनिक भवन को घेरकर ताला लगा दिया और कई विभागों में काम बंद करवा दिया।
क्या हैं छात्रों की शिकायतें?
छात्रों का आरोप है कि यूनिवर्सिटी में लगातार सेशन लेट, नामांकन में देरी, डिग्री वितरण में विलंब जैसी समस्याएं बनी हुई हैं। कई विभागों में जरूरी पद खाली हैं और पूरा सिस्टम प्रभारी कुलपति के भरोसे चल रहा है। छात्र संघ चुनाव भी जानबूझकर टाल दिया गया है, ताकि छात्रों की आवाज को दबाया जा सके।
भ्रष्टाचार का लगाया आरोप
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे छात्र नेता ओम वर्मा और ज्योत्सना ककेरकेट्टा ने कुलपति, रजिस्ट्रार और अन्य अधिकारियों पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने और छात्रों की समस्याओं को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि अधिकारी समय पर विश्वविद्यालय नहीं आते और सारा काम भगवान भरोसे चल रहा है।
पुलिस मौजूद, लेकिन तनाव बरकरार
हंगामे को देखते हुए कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन छात्र डटे रहे। कई घंटे तक विश्वविद्यालय परिसर में तनाव बना रहा। किसी भी अधिकारी की उपस्थिति नहीं थी।
छात्रों ने दी चेतावनी
छात्रों ने साफ कर दिया है कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और तेज होगा। राजभवन से हस्तक्षेप की मांग भी की गई है।
आजसू छात्र संगठन का ऐलान
संगठन ने कहा कि यह आंदोलन सिर्फ शुरुआत है। अगर विश्वविद्यालय प्रशासन नहीं जागा तो आने वाले दिनों में राजधानी की सड़कों पर भी बड़ी लड़ाई लड़ी जाएगी।