Ranchi : ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) की झारखंड इकाई ने 2 नवंबर को रांची में बड़े विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है। यह आंदोलन शिक्षा, अल्पसंख्यक अधिकारों और मॉब लिंचिंग कानून लागू करने की मांग को लेकर आयोजित होगा। प्रदर्शन दो चरणों में होगा—पहले सुबह 10:30 बजे कांके रिंग रोड पर कार्यकर्ता सम्मेलन और फिर दोपहर 3 बजे लॉ कॉलेज से कांके चौक तक पैदल मार्च।
AIMIM के छह प्रमुख मुद्दे
AIMIM ने अपने आंदोलन के लिए छह मुख्य मांगें रखी हैं :
- झारखंड एकेडमी काउंसिल (JAC) द्वारा आलिम-फाजिल डिग्री की मान्यता रद्द करने का विरोध।
- मदरसा और उर्दू शिक्षा बोर्ड के गठन की मांग।
- 544 उर्दू स्कूलों की मान्यता बहाल करना।
- झारखंड आंदोलन में मुस्लिम शहीदों को सम्मान।
- मॉब लिंचिंग कानून को तुरंत लागू करना।
- मॉब लिंचिंग और पुलिस हिरासत में मारे गए लोगों के परिजनों को न्याय और मुआवजा।
अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव का विरोध
AIMIM नेता आबिद हुसैन ने बताया कि यह आंदोलन अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे भेदभाव के खिलाफ और उनके हक में न्याय की मांग के लिए है। उन्होंने राज्यभर के लोगों और कार्यकर्ताओं से 2 नवंबर को रांची पहुंचकर प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की है।

लोकतांत्रिक तरीके से मांग
AIMIM ने कहा कि यह प्रदर्शन लोकतांत्रिक तरीके से सरकार का ध्यान इन मुद्दों की ओर खींचने का प्रयास है। पार्टी ने चेतावनी दी है कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
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