Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    16 Sep, 2025 ♦ 12:30 AM
    • About Us
    • Contact Us
    • Webmail
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube Telegram WhatsApp
    Johar LIVEJohar LIVE
    • होम
    • देश
    • विदेश
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुड़
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सराइकेला-खरसावां
      • साहेबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • राजनीति
    • बिहार
    • कारोबार
    • खेल
    • सेहत
    • अन्य
      • मनोरंजन
      • शिक्षा
      • धर्म/ज्योतिष
    Johar LIVEJohar LIVE
    Home»जोहार ब्रेकिंग»बाबूलाल मरांडी के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद अब कौन होगा झारखंड में बीजेपी विधायक दल का नेता, सूची में ये नाम है सबसे आगे
    जोहार ब्रेकिंग

    बाबूलाल मरांडी के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद अब कौन होगा झारखंड में बीजेपी विधायक दल का नेता, सूची में ये नाम है सबसे आगे

    Team JoharBy Team JoharJuly 6, 2023No Comments3 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link

    रांची। बाबूलाल मरांडी को बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के साथ ही अब पार्टी में विधायक दल के नेता को लेकर मंथन शुरू हो चुका है। विधायक दल के नेता का नाम पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को तय करना है. इसमें संगठन प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष की भी सहमति ली जाएगी. बीजेपी ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए अपनी गोटी बैठाना शुरू कर दिया है. करीब आठ माह बाद लोकसभा और उसके छह माह बाद विधानसभा चुनाव होना है.

    इसलिए प्रदेश अध्यक्ष के बाद विधायक दल के नेता का चयन भी दोनों चुनावों को सामने रखकर ही किया जाएगा. दरअसल, बीजेपी का प्रयास हो सकता है कि ऐसे व्यक्ति को मौका मिले, जो लंबे समय तक नेतृत्व प्रदान करने की क्षमता रखता हो. बीजेपी के विधायकों में अगर युवा नेताओं की बात की जाए तो सामान्य वर्ग से आने वाले अनंत ओझा, ओबीसी से विरंची नारायण और एससी वर्ग से अमर बाउरी के नाम प्रमुख हैं. अगर बीजेपी सीनियर नेताओं को मौका देती है तब इसमें सीपी सिंह और नीलकंठ सिंह मुंडा रेस में हैं.

    अनंत ओझा
    संथाल में झामुमो की पकड़ ज्यादा मजबूत होने पर भी लगातार दो बार विधानसभा में पहुंचे. कार्यकर्ताओं में अच्छी पकड़, तेज तर्रार युवा नेता व विधानसभा में मुखर वक्ता के रूप में पहचान. दो बार भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश बीजेपी के भी पदाधिकारी रहे. लेकिन इनकी कमजोरी की बात करें तो पार्टी में इनसे कई सीनियर नेता हैं, ये अनुभव के मामले में कई विधायकों से पीछे हैं.

    विरंची नारायण
    तेज तर्रार युवा नेता, संगठन में पकड़, विधानसभा में बीजेपी के मुखर नेता की पहचान, सोशल इंजीनियरिंग के हिसाब से ओबीसी चेहरा, किशोर अवस्था से ही आरएसएस से जुड़े है. प्रदेश बीजेपी के मंत्री और उपाध्यक्ष रहे. लगातार दूसरी बार विधानसभा पहुंचे. लेकिन कमजोरी की बात करें तो वर्तमान में मुख्य सचेतक की जिम्मेदारी, कई सीनियर विधायकों के मुकाबले कम अनुभव है.

    अमर बाउरी
    युवा और तेज तर्रार नेता के रूप में पहचान, विधानसभा में सत्ता पक्ष को घेरने की क्षमता और बेबाकी से अपनी बात रखना. सोशल इंजीनियरिंग के हिसाब से बीजेपी में प्रमुख एससी चेहरा हैं. लेकिन इनकी कमजोरी के बारे में बात करें तो झाविमो से आए दूसरे नेता, बाबूलाल के बाद नेता विधायक दल बनाना थोड़ा कठिन है.

    सीपी सिंह
    लंबा राजनीतिक अनुभव, पिछले 43 साल से बीजेपी में सक्रिय. 1996 से लगातार छठी बार रांची के विधायक बने. झारखंड विधानसभा में स्पीकर का पद भी संभाला. मंत्री पद पर भी रहे. लेकिन कमजोरी की बात करें तो अब लंबी रेस में पार्टी द्वारा शामिल करने पर संशय, इसका कारण इनकी बढ़ती उम्र है.

    नीलकंठ मुंडा
    खूंटी से पांचवीं बार विधानसभा का चुनाव जीतना. बीजेपी के प्रमुख आदिवासी चेहरों में से एक, पार्टी के भीतर सर्वमान्य नेता, मंत्री पद का बेहतर अनुभव, विधानसभा में बेहतर परफॉर्मेंस, लेकिन इनकी कमजोरी की बात करें तो प्रदेश अध्यक्ष के बाद नेता विधायक दल पद पर भी आदिवासी चेहरा लाने पर संशय है.

    Babulal marandi Bjp BJP Legislature Party in Jharkhand jharkhand state president Lok Sabha and Assembly elections
    Follow on Facebook Follow on X (Twitter) Follow on Instagram Follow on YouTube Follow on WhatsApp Follow on Telegram
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Previous Articleराज्य के अलग-अलग जिलों में पुलिस हिरासत में हुई मौतों पर झारखंड हाई कोर्ट ने जिला जजों से रिपोर्ट मांगी
    Next Article झरिया : आग और भू-धंसान से प्रभावित झरिया की 556 बस्तियों के पुनर्वास पर 6500 करोड़ होंगे खर्च, केंद्रीय वित्त मंत्रालय की मिली हरी झंडी

    Related Posts

    जमशेदपुर

    जमशेदपुर के SSP पीयूष पाण्डेय का कड़ा निर्देश : लंबित मामलों पर हो त्वरित कार्रवाई…

    September 15, 2025
    जमशेदपुर

    पंजाब में राहत कार्य के लिए जमशेदपुर से रवाना होगा सेंट्रल रिलीफ एंड वेलफेयर ट्रस्ट…

    September 15, 2025
    झारखंड

    सरायकेला DC ने पूजा पंडालों का किया निरीक्षण, सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था पर दिया जोर…

    September 15, 2025
    Latest Posts

    जमशेदपुर के SSP पीयूष पाण्डेय का कड़ा निर्देश : लंबित मामलों पर हो त्वरित कार्रवाई…

    September 15, 2025

    पैर नहीं छूने पर 31 छात्रों को पीटने के आरोप में सहायक शिक्षिका निलंबित

    September 15, 2025

    पंजाब में राहत कार्य के लिए जमशेदपुर से रवाना होगा सेंट्रल रिलीफ एंड वेलफेयर ट्रस्ट…

    September 15, 2025

    सरायकेला DC ने पूजा पंडालों का किया निरीक्षण, सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था पर दिया जोर…

    September 15, 2025

    सालुका गांव में उत्तम मंडल की हत्या पर आक्रोश, ग्रामीण व भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया नाला-सालुका मार्ग जाम…

    September 15, 2025

    © 2025 Johar LIVE. Designed by Forever Infotech. | About Us | AdSense Policy | Privacy Policy | Terms and Conditions | Contact Us

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.