Ranchi : रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद निलंबित IAS अधिकारी विनय चौबे की परेशानी और बढ़ सकती है। ACB (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) ने हजारीबाग जिले में 2.75 एकड़ खास महल की जमीन से जुड़े एक मामले में FIR दर्ज करने की अनुमति मांगी है। ACB की जांच में सामने आया है कि साल 2025 में की गई शिकायत के अनुसार खास महल और ट्रस्ट की जमीन को नियमों के खिलाफ निजी व्यक्तियों को हस्तांतरित किया गया। आरोप है कि तत्कालीन हजारीबाग डीसी विनय चौबे ने आवेदन से ट्रस्ट का नाम जानबूझकर हटवाया, जिससे जमीन को अवैध रूप से ट्रांसफर किया जा सके।
कोर्ट के आदेश
जांच में पाया गया कि साल 2005 में हाईकोर्ट ने ट्रस्ट की जमीन किसी को हस्तांतरित न करने का निर्देश दिया था। इसके बावजूद, साल 2008 से 2010 के बीच इस जमीन को सरकारी घोषित कर 23 निजी लोगों को दे दिया गया।
फर्जी पावर ऑफ अटॉनी का इस्तेमाल
जमीन बेचने के लिए विजय सिंह और सुधीर कुमार के नाम पर फर्जी पावर ऑफ अटॉनी तैयार की गई। ACB ने इसे सुनियोजित साजिश बताया है और तत्कालीन डीसी, खास महल पदाधिकारी सहित चार लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करने की अनुमति राज्य सरकार से मांगी है।
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