Johar Live Desk : अफगानिस्तान में शनिवार को 4.4 तीव्रता का भूकंप आया, जिसकी जानकारी नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) ने दी है। भूकंप का केंद्र राजधानी काबुल के पास, जमीन से 180 किलोमीटर की गहराई पर दर्ज किया गया। एनसीएस ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर बताया कि भूकंप का स्थान 30.70° उत्तरी अक्षांश और 65.66° पूर्वी देशांतर पर था। गहराई ज्यादा होने की वजह से झटके हल्के महसूस हुए और किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है।
EQ of M: 4.4, On: 06/11/2025 03:40:41 IST, Lat: 34.55 N, Long: 70.62 E, Depth: 10 Km, Location: Afghanistan.
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एक दिन पहले भी आया था झटका
शुक्रवार को भी अफगानिस्तान में 4.4 तीव्रता का एक और भूकंप आया था, जिसका केंद्र जमीन से केवल 10 किलोमीटर की उथली गहराई पर था। विशेषज्ञों के अनुसार, उथले भूकंप गहरे भूकंपों की तुलना में अधिक खतरनाक होते हैं क्योंकि उनकी भूकंपीय तरंगें तेजी से सतह तक पहुंचती हैं और ज्यादा नुकसान करती हैं।
पहले भी भारी तबाही मचा चुके हैं भूकंप
तालिबान सरकार के जन स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता शराफ़त ज़मान अमर ने बताया कि 4 नवंबर को उत्तरी अफगानिस्तान में आए 6.3 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप में कम से कम 27 लोग मारे गए और 956 घायल हुए थे। इस झटके से मजार-ए-शरीफ के पास स्थित एक ऐतिहासिक मस्जिद को भी नुकसान पहुंचा था।

भूकंप प्रवण क्षेत्र में स्थित है अफगानिस्तान
रेड क्रॉस और संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, अफगानिस्तान दुनिया के सबसे भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्रों में से एक है। देश हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला में स्थित है, जो भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों के टकराव क्षेत्र का हिस्सा है। यही वजह है कि यहां हर साल कई बार भूकंप आते हैं।
संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (UNOCHA) ने कहा कि अफगानिस्तान पहले से ही मौसमी बाढ़, भूस्खलन और बार-बार आने वाले भूकंपों के कारण अत्यधिक संवेदनशील है। लगातार आने वाली प्राकृतिक आपदाएं उन कमजोर समुदायों पर गहरा असर डालती हैं, जो दशकों से संघर्ष और गरीबी से जूझ रहे हैं।
फिलहाल किसी बड़े नुकसान की जानकारी नहीं
शनिवार को आए भूकंप से अब तक किसी तरह के बड़े नुकसान या हताहत की सूचना नहीं मिली है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि आफ्टरशॉक्स (भूकंप के बाद आने वाले छोटे झटके) आने की संभावना बनी हुई है।
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