70 साल का सबसे बड़ा आर्थिक संकट है देश में, अर्थव्यवस्था आईसीयू में : आलोक दूबे

JoharLive Team

रांची : झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा है कि देश सत्तर साल में सबसे बड़े आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है।पूरे देश में अब ये सर्वमान्य हो चुका है कि 70 साल का सबसे बड़ा आर्थिक संकट है देश में, अर्थव्यवस्था आईसीयू में है। डॉलर के मुकाबले नीचले स्तर पर है रुपया,कैश की कमी से जूझ रहा है पूरा देश। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा है कि मीटिंग दर मीटिंग RBI ने 2019-20 में भारत के विकास दर का अनुमान 6.8 से घटाकर 6.1 प्रतिशत रहने की बात कही है जो काफी चिंताजनक है।

कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दूबे ने कहा है 4 अक्टूबर को मोनिटरी पालिसी की बैठक के उपरांत परसों शुक्रवार को जारी कार्यवाही रिपोर्ट में पुष्टि हो रही है कि देश की अर्थव्यवस्था में मंदी आगे भी बनी रहेगी। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही से संबंधित विकास दर के आंकड़े सार्वजनिक होने के बाद नीति निर्माताओं में खलबली मची हुई है। RBI ने अब तक 135 बेसिक पवा़ईट की कटौती व्याज दरों में की है तो भी ऋण उठाव कमजोर बना हुआ है, बाजार में माँग की कमी बनी हुई है। यह आश्चर्यजनक है कि गौर फूड क्रेडिट ग्रोथ की बात करें तो यह बढ़ने के बजाय घटा है, इसका मतलब साफ है कि उपभोक्ता की आय कमजोर है और खर्च की स्थिति नहीं बन पा रही है। यहाँ तक कि सरकार ने कारपोरेट घरानों के लिए 10 परसेंट तक कि छुट दी है फिर भी नया निवेश नहीं दिख रहा है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दूबे ने कहा है कि देश कि जनता प्रधानमंत्री एवं वित्त मंत्री से यह जानना चाहती है आज अकेला हिन्दुस्तान का रुपया डालर के मुकाबले गिरता ही क्यों जा रहा है, आम आदमी का बचत का पैसा भी बैंकों और एटीएम में क्यों उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। बैंकों की स्थिति दिवालियेपन की ओर अग्रसर है।पंजाब एण्ड महाराष्ट्र बैंक के निवेशक हादसे के शिकार हो रहे हैं ।सरकार को अविलम्ब ऐसे उपाय करने चाहिए कि उपभोक्ता की क्रय शक्ति में इजाफा हो, अगर क्रय शक्ति निर्मित होगी तो वह बाजार में खर्च होगी, खपत बढ़ेगी और अर्थव्यवस्था को कुछ गति मिल सकेगी। उपभोक्ता को अतिरिक्त क्रयशक्ति देकर माँग को बढ़ाया जाना आज की सबसे बड़ी जरुरत है।वर्तमान केन्द्र और हमारी झारखण्ड की सरकार सिर्फ त्योहारों के सहारे अर्थव्यवस्था को गति बढ़ाने का इंतजार करती दिख रही है जो नामुमकिन है। आर्थिक मंदी से जूझ रहा यह देश गंभीर संकट का सामना कर रहा है। प्राइवेट सेक्टर में नौकरियां जा रही हैं, झारखण्ड में भी मंदी के व्यापक असर देखने को मिल रहे हैं। प्रदेश से बाहर काम कर रहे नौजवान वापस घरों को लौट रहे हैं ,झारखण्ड सरकार ने जो युवाओं को छलने का काम किया है युवा वर्ग त्राहिमाम कर रही है।श्री दूबे ने कहा है कि राज्य सरकार भी केन्द्र की तरह आर्थिक मंदी से जूझ रहे युवाओं को दिगभ्रमित कर रही है। डबल ईंजन की सरकार इस मुहावरे को सत्यापित करती है कि बड़े मियां तो बड़े मियां छोटे मियां सुभान अल्लाह।