देवघर। साइबर अपराधियों तक साइबर अपराध से हुई ठगी का पैसा पहुंचाने वाले साइबर ठग राजकुमार को साइबर थाना की पुलिस ने खिजुरिया से गिरफ्तार किया है। साइबर थाना की पुलिस ने पथरड्डा, रिखिया और जसीडीह थाना क्षेत्र में छापेमारी कर 8 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इस संबंध में शनिवार के दिन आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में साइबर डीएसपी सुमित प्रसाद ने पूरे मामले की जानकारी दी। साइबर डीएसपी ने बताया कि साइबर थाना की पुलिस ने पथरड्डा थाना क्षेत्र के गोबरशाला, डुमरिया एवं घघरजोर, रिखिया थाना क्षेत्र के खिजुरिया और जसीडीह थाना क्षेत्र के बाघमारा गांव में छापेमारी कर 8 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने इनके पास 14 मोबाइल फोन, 18 सिम कार्ड और 5 एटीएम कार्ड बरामद किया है। गिरफ्तार साइबर अपराधियों में 20 वर्षीय विकास दास, 23 वर्षीय गौतम महरा, 28 वर्षीय संतोष दास, 36 वर्षीय रामू महरा, 30 वर्षीय विनोद महरा, 24 वर्षीय डब्लू दास, 25 वर्षीय राज कुमार और 26 वर्षीय जितेंद्र दास का नाम शामिल है। गिरफ्तार साइबर अपराधियों में शामिल संतोष दास और डब्लू दास का पूर्व से आपराधिक इतिहास रहा है। साइबर डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार साइबर अपराधी राज कुमार साइबर अपराधियों को ठगी का पैसा पहुंचाता था। इसके लिए उसे 15 प्रतिशत कमीशन दिया जाता था। इसके अलावे साइबर डीएसपी ने जानकारी दी कि गिरफ्तार साइबर अपराधियों द्वारा साइबर ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जाते थे। साइबर अपराधी फोन पे कस्टमर अधिकारी बनकर ठगी करते हैं। इसके साथ ही ड्रीम इलेवन, रम्मी और तीन पत्ती गेम के माध्यम से ठगी करते हैं। इसके साथ साइबर अपराधी गूगल सर्च इंजन का कस्टमर केयर अधिकारी बनकर लोगों को लॉटरी का प्रलोभन देकर पैसों की ठगी करते थे। साथ ही ये साइबर अपराधी फर्जी बैंक अधिकारी बनकर लोगों को फोन करते हैं और उन्हें बताते हैं कि उनका एटीएम बंद होने वाला है। इसके अलावा केवाइसी अपडेट कराने के नाम पर भी ठगी की जाती है। इन अपराधियों द्वारा साइबर ठगी के लिए गूगल पे का भी सहारा लिया जाता था। साथ ही साइबर अपराधियों द्वारा वर्चुअल पेमेंट एड्रेस के माध्यम से भी ठगी की जाती थी।