सिमडेगा : जिले में गजब मामला सामने आया है। पुलिस की कार्रवाई से नाराज बिजली मिस्त्री ने थाने की पावर सप्लाई काट दी। बत्ती गुल होने के बाद जनरेटर चलाकर पूरी रात काम चलाया गया। विभागीय कर्मचारी की नाराजगी देखते हुए बिजली विभाग के अभियंता तक ने इस मामले हस्तक्षेप करने से हाथ खड़े कर लिए। मामला कोलेबिरा थाने का है। दरअसल वाहन जांच अभियान के दौरान पुलिस ने बिना हेलमेट बाइक से जा रहे बिजली कर्मचारी विनोद प्रधान को पकड़ लिया।
जांच के दौरान आवश्यक कागजात पेश नहीं करने पर कर्मचारी का 6000 रुपये का चालान काट दिया गया। दैनिक भुगतान पर काम करने वाले कर्मचारी का मासिक वेतन ही कुल 8000 से अधिक नहीं होता। लिहाजा इतनी राशि दे पाने मे वह अपने को असमर्थ बताता रहा।पुलिस ने कर्मचारी की बात नहीं सुनी। इसके बाद कर्मचारी बिजली स्टेशन पहुंचा।
थाने के बिजली के बिल का करीब 1.5 लाख रुपये का बकाया देखा। इसमें राशि जमा नहीं करने पर बिजली सप्लाई काटने का प्रावधान था। यह देखते हुए कर्मचारी ने बुधवार की रात थाने की बिजली काट दी। करीब दो घंटे थाना पूरी तरह अंधेरे में रहा। इसके बाद जनरेटर चलाकर थाने में पावर सप्लाई बहाल की गई। घटना के बाद बिजली विभाग के कनीय अभियंता रागवेंद्र कुमार ने बकायदा बयान जारी कर कहा कि मानव दिवस विद्युत कर्मी को बिना हेलमेट के कारण 6000 रुपये का चालान थाना द्वारा काटा गया।
जिसका मासिक मानदेय 8000 रुपये ही है। विद्युत कर्मी आवश्यक सेवा में 24 घंटे लाइन बनाने का कार्य करते हैं। ऐसी स्थिति में विद्युत कर्मी आपात स्थिति में सेवा देने में आनाकानी कर सकते हैं। जिसका असर आम जन पर भी पड़ सकता है। वहीं इस पूरे मामले में पुलिस की ओर से कोई बयान नहीं दिया जा रहा है।
कर्मचारी का पक्ष
बिजली कर्मचारी विनोद प्रधान ने कहा कि वह गलती से हेलमेट लगाना भूल गया था। यह बताने पर कि वह आवश्यक कार्य से बिजली सप्लाई ठीक करने जा रहा है। पुलिस वालों ने भारी भरकम चालान काट दिया। वहीं थाने पर बिजली विभाग का भी लंबे समय से बिल बकाया था विभागीय निर्देश को देखते हुए थाने की पावर सप्लाई काटी गई।
कोलेबिरा थाना में बिजली बहाल, JE और बिजली मिस्त्री पर केस
थाने की बिजली बगैर सूचना के काटने के आरोप में कोलेबिरा पुलिस ने विद्युत विभाग के कनीय अभियंता (JE) व बिजली मिस्त्री के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। कोलेबिरा थाना में कांड संख्या 66/2021 के तहत धारा 353, 506 एवं 34 के तहत मामला पंजीकृत किया गया है। पुलिस की कार्रवाई की सूचना मिलने के बाद बिजली विभाग की तरफ से थाने में पावर सप्लाई दोबारा बहाल कर दी गई।