Johar Live Desk : आजकल बढ़ते तनाव, फिजिकल एक्टिविटी की कमी और गलत खान-पान के कारण लोग लिवर की बीमारियों से प्रभावित हो रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, हेपेटाइटिस A और B, फैटी लिवर और शराब के अधिक सेवन से लिवर को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है।
हेपेटाइटिस A और B लिवर के लिए खतरनाक
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, हेपेटाइटिस A और B लिवर की बीमारियों के आम कारण हैं।
- हेपेटाइटिस A: खराब पानी और खाने से फैलता है, लक्षणों में बुखार, भूख न लगना, पेट में जलन, डायरिया, जी मिचलाना और आंखों/स्किन का पीला पड़ना शामिल हैं। यह आम तौर पर कम समय में ठीक हो जाता है।
- हेपेटाइटिस B: खून, सीमेन या अन्य तरल पदार्थों से फैलता है और क्रोनिक हो सकता है। लक्षण हल्का बुखार, थकान, पेट दर्द, जोड़ों में दर्द और आंखों/स्किन का पीला पड़ना हैं।
फैटी लिवर और जीवनशैली
ज्यादा फैट वाला खाना, प्रोसेस्ड फूड, शराब का अधिक सेवन, मोटापा और डायबिटीज लिवर में फैट जमा कर सकते हैं, जिससे NASH जैसी गंभीर कंडीशन हो सकती है।

नशीले पदार्थ और शराब से सावधानी
ड्रग्स और ज्यादा शराब पीने से लिवर डैमेज का खतरा बढ़ता है। हेपेटाइटिस C मुख्य रूप से ड्रग्स का इस्तेमाल करने वालों में पाया जाता है। लंबे समय तक यह लिवर में निशान (सिरोसिस) छोड़ सकता है।
लिवर की बीमारी का पता कैसे लगाएं
- लिवर की हेल्थ जानने के लिए ब्लड टेस्ट (LFTs) कराना जरूरी है।
- हर्बल प्रोडक्ट्स भी नुकसान पहुंचा सकते हैं, इसलिए डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
- बाहर का खाना कम खाएं और साफ-सुथरी, हेल्दी डाइट अपनाएं।
लिवर की सुरक्षा के उपाय
- ज्यादा तला-भुना, जंक फूड और अल्कोहल से बचें।
- रोज़ वॉक और मसल्स मजबूत करने वाली एक्सरसाइज करें।
- हेपेटाइटिस B का वैक्सीन लें।
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