Patna : बिहार में गृह मंत्री बनने के साथ ही सम्राट चौधरी ने सक्रिय कदम उठाना शुरू कर दिया है। उनके सरकारी आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और अब केवल उन्हीं लोगों को प्रवेश की अनुमति है जिनका नाम पहले से लिस्ट में शामिल है। हाल ही में समर्थकों के साथ मिलने आए एक डॉक्टर को नाम लिस्ट में न होने के कारण प्रवेश नहीं दिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार, लघु जल संसाधन मंत्री डॉ. संतोष कुमार सुमन ने डिप्टी सीएम से मुलाकात के बाद कार्यालय छोड़ा। इसके अलावा पूर्व मंत्री जनक राम और कई विधायक समर्थकों के साथ सम्राट चौधरी के कार्यालय पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। सम्राट चौधरी ने गृह मंत्री बनने के बाद अधिकारियों को अपने आवास पर बुलाया और सभी को टास्क सौंपे। पटेल भवन, जहां से बिहार की कानून व्यवस्था नियंत्रित होती है, में अब पहली बार कोई गृह मंत्री बैठेंगे। उनके गृह मंत्री बनने की घोषणा के साथ ही मंत्री कक्ष को सजाया गया और मंत्री रूम में उनकी नेम प्लेट भी लगाई गई।
गृह मंत्री ने कहा कि बिहार में अब अपराधियों के लिए जगह नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगले पांच से सात दिन में कानून व्यवस्था सुधार और पब्लिक फ्रेंडली पुलिसिंग के मॉडल पर काम शुरू किया जाएगा। उनका कहना है कि अराजकता और जंगलराज पूरी तरह समाप्त हो चुके हैं और सुशासन लगातार कायम रहेगा। सम्राट चौधरी के सक्रिय रवैये और अधिकारियों को सख्त टास्क देने से साफ है कि उन्होंने अपने विभाग में नियंत्रण और सक्रियता का नया मानक स्थापित किया है। राजनीतिक हलकों में माना जा रहा है कि उनके इन कदमों से बिहार में कानून व्यवस्था और सुशासन को नया आयाम मिलेगा।

Also Read : फरीदाबाद मॉड्यूल खुलासे के बाद यूपी में 250 से ज्यादा कश्मीरी डॉक्टर-छात्र रडार पर

