Patna : सारण जिले के सोनपुर में आज से प्रसिद्ध सोनपुर मेला की शुरुआत हो रही है। गंगा और गंडकी के पावन संगम पर लगने वाला यह मेला बिहार ही नहीं, पूरे देश की संस्कृति, अध्यात्म और लोक-परंपरा का प्रतीक माना जाता है। इस वर्ष मेले का उद्घाटन सारण प्रमंडल के आयुक्त करेंगे।
मेले को लेकर लोगों का कहना है कि यदि उद्घाटन राज्यपाल या मुख्यमंत्री के हाथों होता, तो इसकी गरिमा और बढ़ जाती। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस बार विधानसभा चुनाव की व्यस्तताओं के कारण समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे।
प्रशासन ने मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए सुरक्षा, ट्रैफिक और जनसुविधाओं की व्यापक तैयारी की है। मेला क्षेत्र में अस्थायी थाना, पुलिस पिकेट, कंट्रोल रूम, सीसीटीवी कैमरे, महिला सहायता केंद्र, सूचना केंद्र और पार्किंग की विशेष व्यवस्था की गई है।

सदियों पुराना सोनपुर मेला पहले दुनिया का सबसे बड़ा पशु मेला माना जाता था, लेकिन अब यह आध्यात्मिक पर्यटन, व्यापार और लोक-संस्कृति का केंद्र बन गया है। यहां स्थित बाबा हरिहरनाथ मंदिर और गजेंद्र मोक्ष की कथा से जुड़ी धार्मिक मान्यताओं के कारण इसे “मिनी महाकुंभ” भी कहा जाता है।
हर वर्ष की तरह इस बार भी सोनपुर मेला अपनी रौनक, आस्था और परंपरा के साथ श्रद्धालुओं, पर्यटकों और व्यापारियों का स्वागत करने के लिए तैयार है।

