Mumbai : भारतीय शेयर बाजार ने नवंबर के पहले कारोबारी दिन स्थिर शुरुआत की। निफ्टी 50 सूचकांक 25,696.85 पर खुला, जो पिछले बंद स्तर से 25.25 अंक या 0.10 प्रतिशत कम है। बीएसई सेंसेक्स भी 103.61 अंक या 0.12 प्रतिशत की गिरावट के साथ 83,835.10 पर खुला।
विशेषज्ञों का कहना है कि नवंबर आईपीओ के लिहाज से मजबूत महीना हो सकता है, क्योंकि प्रमोटर अपनी होल्डिंग्स को भुनाने के लिए उच्च मूल्यांकन का फायदा उठा रहे हैं। बैंकिंग और बाजार विशेषज्ञ अजय बग्गा ने बताया कि भारतीय बाजार में प्रमोटर, पीई फंड और एफपीआई अपनी होल्डिंग्स को बेच रहे हैं, जबकि म्यूचुअल फंड और बीमा निवेशक इसे आसानी से खरीद रहे हैं। बग्गा के अनुसार, बाजार ने पिछले 13 महीनों की कमजोर प्रदर्शन अवधि पूरी कर ली है और बेहतर प्रदर्शन का दौर जारी रह सकता है, बशर्ते कोई बड़ा वैश्विक संकट न आए।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत-अमेरिका व्यापार समझौता अभी दूर है और आगामी बिहार चुनाव भी बाजार की धारणा पर असर डाल सकते हैं। उन्होंने बताया कि समाप्ति के दिन एफपीआई द्वारा किए गए मजबूत निवेश की भरपाई अगले तीन दिनों में बाजार से बड़ी निकासी ने कर दी, जिससे बाजार की गति धीमी हुई।

विशेषज्ञों के अनुसार, यदि आय वृद्धि में सुधार, रुपया स्थिर रहने और भारत-अमेरिका व्यापार ढांचे पर प्रगति होती है, तो बाजार का रुख बदल सकता है। नवंबर में प्राथमिक बाजार भी व्यस्त रहने वाला है, जहां 70,000 करोड़ रुपये से अधिक जुटाने के लिए आईपीओ आने वाले हैं। लेंसकार्ट का आईपीओ रिटेल निवेशकों द्वारा पहले दिन ही पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया।
आज नतीजों में 3एम इंडिया, एसीएमई सोलर होल्डिंग्स, अंबुजा सीमेंट्स, भारती एयरटेल, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स और टाइटन कंपनी शामिल हैं।
अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक 0.48 प्रतिशत बढ़ा और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 2 प्रतिशत से अधिक चढ़ा। जापान और सिंगापुर के बाजार छुट्टी के कारण बंद रहे।
विदेशी मुद्रा बाजार में, शुरुआती कारोबार में रुपया डॉलर के मुकाबले 7 पैसे गिरकर 88.77 पर आ गया। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल की टिप्पणियों और वैश्विक अनिश्चितताओं के चलते रुपया दबाव में रहा।
कच्चे तेल की कीमतें बढ़कर ब्रेंट क्रूड 64.97 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गईं। घरेलू शेयर बाजार में सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 258.83 अंक गिरकर 83,679.88 और निफ्टी 47.95 अंक गिरकर 25,674.15 पर बंद हुआ। शुक्रवार को एफआईआई ने 6,769.34 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, देश का विदेशी मुद्रा भंडार 24 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 6.925 अरब डॉलर घटकर 695.355 अरब डॉलर रह गया। वहीं, केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही में पूरे वर्ष के लक्ष्य का 36.5 प्रतिशत रहा।

