Chaibasa : चाईबासा सदर अस्पताल में थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों में HIV संक्रमण की पुष्टि होने से हड़कंप मच गया है। इस गंभीर लापरवाही के बाद स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है।
विशेष सचिव डॉ. नेहा अरोड़ा की अगुवाई में बनी छह सदस्यीय टीम बुधवार को चाईबासा सदर अस्पताल पहुंची। टीम ने ब्लड बैंक की प्रक्रिया, रिकॉर्ड और सुविधाओं की विस्तृत जांच की। समिति को सात दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपनी है।
तीन अधिकारियों पर कार्रवाई
मामले में लापरवाही सामने आने के बाद पश्चिमी सिंहभूम के सिविल सर्जन डॉ. सुशांत कुमार मांझी, ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. दिनेश सवैया और लैब तकनीशियन मनोज कुमार पर विभागीय कार्रवाई की गई है। डॉ. नेहा अरोड़ा ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा से कोई समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

एलाइजा टेस्ट अब अनिवार्य
घटना के बाद सरकार ने पूरे राज्य के ब्लड बैंकों में जांच प्रक्रिया को कड़ा करने का निर्देश दिया है। अब हर ब्लड सैंपल की जांच एलाइजा (ELISA) टेस्ट से अनिवार्य रूप से की जाएगी। इसके लिए सभी ब्लड बैंकों को नई टेस्टिंग मशीनें, किट और प्रशिक्षित कर्मी उपलब्ध कराने के आदेश जारी किए गए हैं।
दोषियों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन
स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि यह बेहद गंभीर मामला है और दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। विभाग यह भी सुनिश्चित करेगा कि भविष्य में राज्य के किसी भी ब्लड बैंक में ऐसी लापरवाही दोबारा न हो।

