Garhwa : झारखंड के गढ़वा जिले के रमकंडा प्रखंड के बालिगढ़ जंगल में मंडल डैम परियोजना से विस्थापित ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। उन्होंने वन विभाग की सर्वे टीम के डीएफओ इबिन बेनी अब्राहम, रेंजर रामरतन पांडेय समेत 7 वनकर्मियों को करीब दो घंटे बंधक बना लिया। तीन थानों की पुलिस ने अधिकारियों को छुड़ाया।
सर्वे टीम का घेराव, हमले की कोशिश
मंडल डैम के डूब क्षेत्र के 780 परिवारों के पुनर्वास के लिए बालिगढ़ वन क्षेत्र में सर्वे करने पहुंची टीम को सैकड़ों ग्रामीणों ने घेर लिया। बंधक बनाए गए अन्य कर्मी थे: प्रभारी वनपाल ललन कुमार, वनरक्षी धीरेंद्र चौबे, विंसेंट लकड़ा, शशिकांत कुमार, रंजीत सिंह, विजय सिंह और आनंद कुमार। ग्रामीणों ने अधिकारियों को दो किलोमीटर पैदल चलाकर खेल मैदान ले गए। डीएफओ पर हमले की कोशिश हुई, वाहन क्षतिग्रस्त करने और मोबाइल छीनने का प्रयास भी किया गया।
पुलिस की कार्रवाई से छुड़ाए गए
सूचना पर रंका इंस्पेक्टर अभिजीत गौतम मिश्रा, रंका थाना प्रभारी चेतन कुमार सिंह, भंडरिया थाना प्रभारी सुभाष कुमार और रमकंडा थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह कुंटिया पुलिस बल के साथ पहुंचे। कई घंटे की बातचीत के बाद अधिकारियों को सुरक्षित निकाला गया।

ग्रामीणों का विरोध : ग्रामसभा की सहमति जरूरी
परियोजना के तहत सात गांवों के 780 परिवारों का पुनर्वास प्रस्तावित है। इसके लिए रंका के बिश्रामपुर और रमकंडा के बालिगढ़ में 1378 एकड़ वन भूमि चिन्हित की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि बिना ग्रामसभा की सहमति के सर्वे या काम नहीं हो सकता।
डीएफओ का बयान
डीएफओ एबीन बेनी अब्राहम ने कहा, “टीम सर्वे करने गई थी, ग्रामीण हंगामा करने लगे। उनकी मांग पर सुनवाई कर वापस आ गए। तीन थानों की पुलिस पहुंची और आगे की कार्रवाई की जा रही है।”
Also Raed : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 : BJP ने जारी की पहली लिस्ट, 71 उम्मीदवारों को टिकट