Sahibganj : झारखंड के साहिबगंज जिले के उधवा प्रखंड के बेगमगंज गांव से एक चौंकाने वाला राशन घोटाला सामने आया है। गांववासियों के अनुसार पिछले 10 साल से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत राशन कार्ड धारकों को हर महीने 5 किलो के बजाय सिर्फ 4.5 किलो राशन दिया जा रहा है। इस घोटाले में करीब 1 करोड़ किलो खाद्यान्न के गबन की बात सामने आई है, जिसकी अनुमानित कीमत 311 करोड़ रुपये से ज्यादा है।
हर महीने हो रहा अन्याय
ग्रामीणों ने बताया कि उनके राशन कार्ड पर 5 किलो प्रति व्यक्ति राशन का प्रावधान है, लेकिन उन्हें आधा किलो कम दिया जाता है। इससे गरीब परिवार, जो सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) पर निर्भर हैं, कुपोषण और भुखमरी का सामना कर रहे हैं। इस घोटाले से हजारों परिवार प्रभावित हुए हैं।
शिकायत करने पर जान की धमकी
इस घोटाले को उजागर करने वाले ग्रामीणों ने बताया कि जब उन्होंने इसकी शिकायत संबंधित विभागों में की, तो उन्हें जान से मारने और झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकियां मिलने लगीं। शिकायतकर्ताओं ने कहा कि वे और उनके परिवार भय के माहौल में जी रहे हैं, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी है।

सरकार से न्याय की गुहार
ग्रामीणों ने मीडिया के जरिए सरकार से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। वे चाहते हैं कि इस घोटाले का पर्दाफाश हो और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही, शिकायत करने वालों को सुरक्षा प्रदान करने की अपील भी की गई है।
जांच की जरूरत
यह घोटाला उधवा प्रखंड में बड़े पैमाने पर राशन की हेराफेरी की ओर इशारा करता है। ग्रामीणों ने मांग की है कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले और प्रभावित परिवारों को उनका हक दिलाए।
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