Johar Live Desk : पिछले हफ्ते की तेज गिरावट के बाद सोमवार, 29 सितंबर 2025 को भारतीय शेयर बाजार हल्की बढ़त के साथ खुले। निवेशकों का भरोसा अभी भी कमजोर है, खासकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दवा क्षेत्र पर टैरिफ नीतियों के भारत पर असर की वजह से।
मुख्य सूचकांकों की शुरुआत
निफ्टी 50 सूचकांक 24,728.55 अंक पर 73.85 अंकों (0.30%) की बढ़त के साथ खुला। वहीं, बीएसई सेंसेक्स 80,588.77 अंक पर 162.31 अंकों (0.20%) की मजबूती दिखाई।
इस हफ्ते आईपीओ का दौर
विशेषज्ञों के मुताबिक, इस हफ्ते प्राइमरी मार्केट में जोरदार हलचल होगी। कुल 21 नई कंपनियां आईपीओ लॉन्च करेंगी और 26 कंपनियां लिस्टिंग करेंगी। हालांकि, इससे सेकंडरी मार्केट पर दबाव पड़ सकता है। बैंकिंग विशेषज्ञ अजय बग्गा ने कहा कि ब्लॉक डील और ओएफएस की वजह से बाजार की लिक्विडिटी प्रभावित हो रही है।

आईटी सेक्टर की चिंता
एक्सेंचर के कमजोर नतीजों और नौकरियों में कटौती की घोषणा के बाद भारतीय आईटी शेयरों पर दबाव बढ़ा। निफ्टी आईटी पिछले हफ्ते करीब 8% गिरा। तकनीकी विश्लेषकों का कहना है कि यह 200-वीक ईएमए से नीचे आ गया है और आरएसआई स्तर कमजोरी बता रहा है, जिससे आगे गिरावट हो सकती है।
सेक्टरों का प्रदर्शन
निफ्टी एफएमसीजी को छोड़कर बाकी सभी सेक्टर हरे निशान में खुले। निफ्टी ऑटो 0.54% ऊपर, निफ्टी आईटी 0.33% बढ़ा, निफ्टी मीडिया 0.45%, निफ्टी मेटल 0.47% और निफ्टी फार्मा 0.45% चढ़े। पीएसयू बैंक इंडेक्स भी 0.53% की बढ़त के साथ शुरू हुआ।
ग्लोबल संकेत मिश्रित
अमेरिकी बाजार पिछले हफ्ते 0.2% से 0.8% तक गिरे। अमेरिकी जीडीपी ग्रोथ 3.8% रही, लेकिन मुद्रास्फीति नियंत्रण में है। महीने के अंत में संभावित यूएस गवर्नमेंट शटडाउन की चिंता बनी हुई है। एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई 225 0.95% गिरा, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग 1% से ज्यादा बढ़ा। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.24% और सिंगापुर का स्ट्रेट्स टाइम्स 0.18% ऊपर खुला।