Johar Live Desk : आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में सुबह समय पर उठने के लिए ज्यादातर लोग अलार्म क्लॉक या मोबाइल अलार्म का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अलार्म की तेज और अचानक आने वाली आवाज आपके दिल को नुकसान पहुंचा सकती है? जी हां, यह सुनने में अजीब लग सकता है, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार, अलार्म की आवाज से होने वाला झटका दिल की सेहत को प्रभावित कर सकता है। आइए जानते हैं कैसे।
अलार्म से दिल को कैसे नुकसान?
- फ्लाइट-फाइट मोड : नींद के दौरान हमारा शरीर रिलैक्स मोड में होता है, जिसमें दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर सामान्य से कम रहते हैं। लेकिन अलार्म की तेज आवाज दिमाग को खतरे का संकेत देती है, जिससे स्ट्रेस हार्मोन (एड्रेनालिन और कॉर्टिसोल) तेजी से रिलीज होते हैं। इससे धड़कन और ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ जाता है, जो बार-बार होने पर दिल पर दबाव डाल सकता है।
- स्लीप साइकिल में रुकावट : नींद की प्रक्रिया हल्की नींद, गहरी नींद और REM स्टेज में पूरी होती है। अगर अलार्म गहरी नींद के बीच बजता है, तो स्लीप साइकिल टूट जाती है। इससे शरीर को पूरा आराम नहीं मिलता, जो लंबे समय में हृदय रोगों का जोखिम बढ़ा सकता है।
- तनाव और थकान : बार-बार झटके से जागने की आदत दिमाग और दिल को तनाव में रखती है। इससे सुबह थकान, चिड़चिड़ापन और नींद की कमी होती है, जो हाई ब्लड प्रेशर, एरिदमिया और हार्ट अटैक जैसी समस्याओं का कारण बन सकती है।
कैसे करें बचाव?
- मधुर अलार्म टोन: तेज आवाज की बजाय धीमी और मधुर टोन वाला अलार्म चुनें।
- नियमित दिनचर्या: रोज एक ही समय पर सोने और उठने की आदत डालें, ताकि अलार्म की जरूरत कम हो।
- पर्याप्त नींद: 7-8 घंटे की पूरी नींद लें, जिससे शरीर और दिल स्वस्थ रहें।
Disclaimer : यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या या सवाल के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
Also Raed : फिलीपींस में सुपर तूफान रागासा का कहर, हजारों लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे