
Latehar : झारखंड के लातेहार जिले के आरागुड़ी पंचायत स्थित टेमकी गांव में लगे मेले से एक बड़ी घटना सामने आई है। मेले में चाऊमीन खाने के बाद करीब 35 बच्चे फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए। इस घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया और परिजनों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
उल्टी-दस्त के लक्षण के बाद अस्पताल में भर्ती
बच्चों को चाऊमीन खाने के कुछ समय बाद उल्टी और दस्त की शिकायत होने लगी, जिसके बाद सभी को लातेहार सदर अस्पताल लाया गया। सूचना मिलते ही जिला परिषद सदस्य विनोद उरांव मौके पर पहुंचे और त्वरित कार्रवाई करते हुए एंबुलेंस मंगवाकर बच्चों को अस्पताल भिजवाया।
डॉक्टरों ने दी जानकारी: सभी बच्चे अब खतरे से बाहर
सदर अस्पताल में चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. जय प्रकाश जायसवाल ने बताया कि करीब 35 बच्चों को भर्ती किया गया था, जिनमें से लगभग 10% की हालत गंभीर थी। लेकिन तत्काल इलाज शुरू होने के कारण सभी अब खतरे से बाहर हैं और स्थिति स्थिर बनी हुई है।
बाहर से आया था चाऊमीन बेचने वाला
स्थानीय लोगों और परिजनों ने बताया कि मेले में चाऊमीन बेचने वाला एक व्यक्ति बाहर से आया था, और उसी के ठेले पर खाने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ी।
बीमार बच्चों की सूची और उम्र
फूड प्वाइजनिंग से प्रभावित बच्चों की उम्र 3 से 15 साल के बीच है। इनमें अनूप भगत, अयांश उरांव, प्रियांशु कुमारी, दीपशिखा कुमारी, राधिका उरांव, प्रिंस उरांव, रोशनी कुमारी, आरोही कुमारी, पीयूष उरांव, मोनिका कुमारी, अमित भगत, सौरभ कुमार, एंजेल कुमारी और कई अन्य बच्चे शामिल हैं।
इलाज के बाद सभी बच्चे सुरक्षित
डॉक्टरों की निगरानी में सभी बच्चों का इलाज जारी रहा और अब सभी की हालत सामान्य है। डॉक्टरों के अनुसार, जल्द ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।
इस घटना के बाद ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि मेले और सार्वजनिक आयोजनों में बिना अनुमति खाद्य बेचने वालों पर कार्रवाई हो, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।