Bokaro: जिला प्रशासन ने सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और पुलिस कर्मियों को नियमों का सख्ती से पालन करने, वित्तीय पारदर्शिता बनाए रखने और योजनाओं को सही तरीके से लागू करने के लिए जरूरी निर्देश दिए। यह बैठक DC अजय नाथ झा की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में आयोजित की गई थी। बैठक में SP, DSP, SI, SHO, Sr. Police Officer, Police Personnel, एडीसी शताब्दी मजूमदार, DPLR मेनका, Addl Collector मुमताज़ अंसारी, NDC प्रभाष दत्ता, DPRO रवि कुमार समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
DC अजय नाथ झा ने कहा कि बिना पहले से लिखित अनुमति के कोई भी अधिकारी, कर्मचारी या पुलिस कर्मी मुख्यालय से बाहर नहीं जा सकेगा। नियम का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यदि कोई अधिकारी, कर्मचारी या पुलिस कर्मी, पारिवारिक काम या अन्य निजी काम से ₹1,00,000 से अधिक की नकद राशि लेकर यात्रा कर रहा हो, तो उसे कॉलेक्टर से प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य होगा। इसके लिए मुमताज़ अंसारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करने पर 24 घंटे के भीतर प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
DC अजय नाथ झा ने सभी को कार्यालय में साफ-सुथरी ड्रेस पहनकर व अच्छे व्यवहार से काम करने की सलाह दी। बाहरी व्यक्ति से चाय या अन्य चीजें न लें। कार्यालय और संगठन सभी का अभिभावक है, इसे अच्छा बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है। सभी को मिलकर काम करना चाहिए ताकि प्रशासन बेहतर बन सके।
डीसी ने DDC को निर्देश दिया कि दो दिन में खनन प्रभावित क्षेत्रों की पूरी सूची बनाएं। इसके आधार पर ही DMFT फंड का वितरण किया जाएगा।
DC अजय नाथ झा ने बताया कि कोई भी योजना तभी लागू होगी, जब उस क्षेत्र का आंकलन किया जाएगा, ग्राम सभा से मंजूरी मिलेगी, फिर बैठक में इसे मंजूरी दी जाएगी। सभी विभाग अपने पंजी को अपडेट और अभिलेख सुरक्षित रखें।
एडीसी शताब्दी मजूमदार ने बताया कि DMFT के तहत किए गए सभी कामों का अकाउंट ऑडिट राज्य सरकार द्वारा चयनित ऑडिट फर्म से होगा। इसके अलावा सोशल ऑडिट भी किया जाएगा ताकि सब कुछ पारदर्शी रहे।
DC अजय नाथ झा ने अंत में कहा कि प्रशासनिक व्यवस्था तभी मजबूत होगी, जब अनुशासन, पारदर्शिता और टीम भावना के साथ काम किया जाएगा। जिला प्रशासन का मकसद समय पर, पारदर्शी और प्रभावी सेवा जनता को देना है।