Johar Live Desk : मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक साधारण कुक को 46.18 करोड़ रुपये का आयकर विभाग से नोटिस मिला है। पीड़ित रविंद्र सिंह चौहान, जो भिंड जिले के रहने वाले हैं, एक ढाबे पर काम करके मात्र 10 हज़ार रुपये महीना कमाते हैं।
चौहान का कहना है कि यह परेशानी कई साल पहले शुरू हुई थी। उन्होंने बताया, “सात साल पहले जब मैं टोल कंपनी में नौकरी करता था, तब पीएफ अकाउंट खोलने के नाम पर मेरे दस्तावेज़ लिए गए थे। बाद में पता चला कि दिल्ली में मेरे नाम से फर्जी अकाउंट खोल दिया गया और उस खाते से करोड़ों के लेन-देन हुए। मेरी आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है। मैं 10 हज़ार की तनख्वाह पर गुज़ारा करता हूँ। मैं असली दोषियों के खिलाफ FIR दर्ज करवाना चाहता हूँ, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।”
उनके वकील प्रद्युम्न सिंह के अनुसार, चौहान ने 2019 से 2023 तक मेहरा टोल प्लाज़ा में काम किया था। अप्रैल 2025 में उन्हें पहला इनकम टैक्स नोटिस मिला, लेकिन वह अंग्रेज़ी में था, इसलिए परिवार उसे समझ नहीं पाया। उस समय चौहान पुणे में काम कर रहे थे।
“जुलाई में उनकी पत्नी ने दूसरा नोटिस मिलने की सूचना दी। इसके बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी और मेरे पास आए। जब हमने आयकर विभाग से संपर्क किया तो बताया गया कि पंजाब नेशनल बैंक के उनके खाते से करोड़ों के लेन-देन हुए हैं। लेकिन जब पिछले पांच साल का बैंक स्टेटमेंट देखा गया, तो उसमें ऐसा कोई लेन-देन नहीं था,” सिंह ने बताया।
जांच में सामने आया कि दिल्ली के उत्तम नगर में एक और फर्जी खाता उनके नाम से खोला गया था और सभी संदिग्ध लेन-देन उसी खाते से जुड़े थे। चौहान ने आरोप लगाया है कि उनके पूर्व सुपरवाइजर शशि राय भूषण ने उनके दस्तावेजों का दुरुपयोग कर धोखाधड़ी की है।
“मैं पिछले डेढ़ महीने से शशि राय भूषण के खिलाफ केस दर्ज करवाने की कोशिश कर रहा हूँ, लेकिन कहीं भी FIR दर्ज नहीं हो रही। मैं चाहता हूँ कि उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और पूरी सच्चाई सामने आए। इन लेन-देन से मेरा कोई संबंध नहीं है,” चौहान ने कहा।
फिलहाल यह मामला ग्वालियर हाई कोर्ट पहुँच चुका है और जांच जारी है।