Ranchi : झारखंड विधानसभा में अतिवृष्टि पर चर्चा के दौरान राज्य के पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक सरयू राय ने सरकार को नसीहत दी। मंगलवार को उन्होंने सदन में कहा कि पुल, पुलिया और सड़कों के निर्माण में पानी के प्राकृतिक बहाव का ध्यान रखना अनिवार्य है, अन्यथा आपदाएं और भयावह रूप ले सकती हैं। सरयू राय ने कहा कि हालिया अतिवृष्टि में भदई फसल को भारी नुकसान हुआ, कई पुल-पुलिया बह गए और शहरों में हालात इतने खराब रहे कि कई घरों की पहली मंजिल तक पानी भर गया। इसका सबसे बड़ा कारण राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण के दौरान पानी के बहाव को रोकना रहा, जिसे बाद में काटकर निकाला गया।
उन्होंने कहा कि नदियों का सिकुड़ना, किनारों पर अवैध निर्माण और बेतरतीब सड़कें भी आपदा के बड़े कारण हैं। सरकार को ऐसी संरचनाओं से बचना चाहिए, जो जलमार्गों को अवरुद्ध करती हैं। राय ने जोर देकर कहा कि इस बार की आपदा से सबक लेते हुए भविष्य की योजनाएं आंकड़ों के आधार और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से बनाई जानी चाहिए। उन्होंने सरकार से मांग की कि आपदा से प्रभावित हर व्यक्ति को पूर्ण भरपाई दी जाए।
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