Patna : पटना की मेयर सीता साहू के बेटे शिशिर कुमार एक बार फिर चर्चा में हैं। विभिन्न आपराधिक मामलों में फंसने के बाद भी शिशिर ने विधानसभा चुनाव में अपनी दावेदारी को लेकर BJP कार्यालय में सक्रियता दिखाई है। हाल ही में पटना हाई कोर्ट से गिरफ्तारी पर रोक मिलने के बाद शिशिर ने BJP दफ्तर पहुंचकर पार्टी नेताओं से मुलाकात की और चुनावी टिकट के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
शिशिर कुमार, जो वर्तमान में BJP कार्यसमिति के सदस्य हैं, ने दावा किया कि उन्हें BJP से टिकट मिलेगा और वे विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, उनके खिलाफ दर्ज कई आपराधिक मामलों ने उनकी उम्मीदवारी पर सवाल खड़े किए हैं।
क्या हैं शिशिर कुमार पर आरोप?
शिशिर कुमार के खिलाफ कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। आलमगंज थाना (कांड संख्या 232/23) में नगर निगम के डाटा एंट्री ऑपरेटर रजनीश कुमार के साथ मारपीट का मामला दर्ज है। वहीं, कोतवाली थाना (कांड संख्या 207/25) में नगर निगम के उप-आयुक्त रामाशीष शरण तिवारी के साथ गाली-गलौज और मारपीट का आरोप है। इसके अलावा, उन पर महिलाओं के साथ अभद्रता, नौकरी से हटाने की धमकी और हथियार रखने जैसे संगीन आरोप भी लगे हैं।
हंगामे के बाद फरार, अब कोर्ट से राहत
पिछले दिनों पटना नगर निगम में मारपीट और हंगामे की घटना के बाद शिशिर के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी, जिसके बाद वे फरार चल रहे थे। हाल ही में पटना हाई कोर्ट से गिरफ्तारी पर रोक मिलने के बाद शिशिर ने फिर से सक्रियता बढ़ाई है। BJP दफ्तर में उनकी मौजूदगी और चुनावी टिकट की दावेदारी ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
चुनावी दौड़ में शामिल होने की कोशिश
शिशिर कुमार ने BJP कार्यालय में लोगों से बातचीत के दौरान आत्मविश्वास जताया कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी के टिकट पर मैदान में उतरेंगे। हालांकि, उनके आपराधिक रिकॉर्ड को लेकर BJP के भीतर और बाहर सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या BJP शिशिर को टिकट देगी या उनके विवादित इतिहास के चलते कोई दूसरा फैसला लिया जाएगा।
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