Ranchi (Kislay Shanu) : राजधानी में जमीन से जुड़े कारोबारी आजकल मस्त है, तो खतियान धारी अपने कागजात ढूंढ़ने में पस्त है। जी हां, रांची जिले की जमीन में बड़ा हेरफेर देखने को मिल रहा है। यह पूरा खेल सरकारी दफ्तर से संचालित हो रहा है। कचहरी स्थित रिकॉर्ड रूम से यह खेल चल रहा है। कई आदिवासी और जेनरल मालिकों की जमीन के खतियान गायब हैं। यह पूरा खेल बड़े से बड़े खाली जमीन में हो रहा है। ज्यादातर आदिवासी समुदाय के पुरखों की जमीन को पल भर में खतियान फाड़ कर जेनरल बना दिया जा रहा है। जब तक आदिवासी परिवार को अपने पुस्तैनी जमीन दूसरे के नाम होने की जानकारी मिलती है, मामला ऑनलाइन में अपडेट होकर पूरा माजरा ही समाप्त हो जाता है। इसके एवज में मोटी रकम का खेल होता है। अगले रिपोर्ट में आप पढ़ेंगे की कौन-कौन है जमीन के खतियान को फाड़ने में संलिप्त।
हेसाग, तुपुदाना समेत कई ग्रामीण इलाकों का नहीं मिलेगा खतियान
जमीन कारोबार से जुड़े कई लोगों ने इसकी पुष्टि करते हुए जोहार लाइव को बताया कि रिकॉर्ड रूम से खतियान फाड़ने के लिए मोटी रकम उपलब्ध करायी जाती है। हाल के दिनों में हर चीज ऑनलाइन में देखा जा सकता है। हेसाग, तुपुदाना, रातू समेत कई ग्रामीण इलाकों का खतियान आपको नहीं मिलेगा।
Also Read : मैनचेस्टर टेस्ट : इंग्लैंड की मजबूत पकड़, जो रूट का ऐतिहासिक शतक
Also Read : CM नीतीश ने मधुबनी में 426 करोड़ की विकास योजनाओं का किया शिलान्यास