Patna : बिहारवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। राज्य सरकार ने पटना से पूर्णिया के बीच प्रस्तावित छह लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को अंतिम मंजूरी दे दी है। इस फैसले के बाद अब सीमांचल से राजधानी पटना और दिल्ली तक की दूरी न केवल कम होगी, बल्कि सफर भी बेहद आसान और तेज़ हो जाएगा।
क्या है इस एक्सप्रेसवे की खासियत?
- यह एक्सप्रेसवे पटना के पास वैशाली जिले के सराय टोल प्लाजा के पास मीरनगर अराजी (NH-22) से शुरू होगा और समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा, मधेपुरा होते हुए पूर्णिया के चांद भट्ठी के पास हंसदाह (NH-27) में समाप्त होगा।
- इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद पटना से पूर्णिया का सफर मात्र 3-4 घंटे में पूरा किया जा सकेगा, जो अभी 6-7 घंटे लगता है।
- पूर्णिया से दिल्ली का सफर भी सिर्फ 15 घंटे में पूरा हो सकेगा।
प्रमुख संरचनाएं जो इस परियोजना का हिस्सा होंगी :
- 20 बड़े पुल
- 130 छोटे पुल
- 11 रेलवे ओवर ब्रिज (ROB)
- 19 इंटरचेंज
- 309 वीयूपी (Vehicular Underpasses)
कनेक्टिविटी को मिलेगा बड़ा बढ़ावा
यह एक्सप्रेसवे न केवल राजधानी पटना से पूर्णिया को जोड़ेगा, बल्कि कई महत्वपूर्ण जगहों से सीधा संपर्क भी देगा :
- दिघवारा-शेरपुर पुल के जरिए यह एक्सप्रेसवे बिहटा एयरपोर्ट से जोड़ा जाएगा।
- दरभंगा एयरपोर्ट और पूर्णिया एयरपोर्ट से भी सीधी कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जाएगी।
- पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के जरिये दिल्ली पहुंचना और भी आसान होगा।
कब शुरू होगा निर्माण?
बिहार सरकार ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) से निविदा प्रक्रिया को जल्द शुरू करने को कहा है, ताकि 2025 के अंत तक निर्माण कार्य शुरू हो सके। इस परियोजना का निर्माण हाइब्रिड एन्युइटी मॉडल (HAM) के तहत होगा, जिसमें 60% लागत निर्माण एजेंसी उठाएगी और 40% केंद्र सरकार वहन करेगी।
आगे क्या है प्रक्रिया में?
राज्य सरकार की मंजूरी के बाद अब यह परियोजना केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय के पास भेजी जा रही है। उम्मीद है कि अगले 15 दिनों में PPPAC कमेटी इस परियोजना को वित्तीय मंजूरी दे देगी।
क्या बोले अधिकारी?
मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस परियोजना को मंजूरी दी गई। इसे भारतमाला परियोजना-2 के तहत विकसित किया जा रहा है।
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