Ranchi : 11 जुलाई से शुरू हो रहे सावन के पावन महीने को लेकर रांची के पहाड़ी मंदिर में खास तैयारियां चल रही हैं। सावन के दिनों में यहां भक्तों की भीड़ लगती है, खासकर सोमवार को जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं का तांता रहता है। इस बार प्रशासन ने सभी इंतजाम कसी हुई पकड़ के साथ किए हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत न हो। इसी सिलसिले में SDO उत्कर्ष कुमार ने मंदिर परिसर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
जलाभिषेक अरघा के माध्यम से होगा
SDO ने मंदिर में अरघा से जलाभिषेक कराने की व्यवस्था सख्ती से करने का निर्देश दिया है। रविवार और सोमवार को श्रद्धालुओं के लिए अरघा से ही जलार्पण की सुविधा रहेगी। देवघर के बाबाधाम मंदिर में भी सावन के पहले दिन से अरघा लगना शुरू हो जाएगा।
चूहों के बिल बंद करने के निर्देश
मंदिर के गर्भगृह और निचले हिस्से का निरीक्षण करते हुए SDO ने चूहों द्वारा बनाए गए बिल को बंद कराने का आदेश दिया। उन्होंने बताया कि भक्तों द्वारा अर्पित नारियल का पानी और प्रसाद चूहों को आकर्षित कर रहा है, जिससे चूहों का आतंक बढ़ रहा है। इसके लिए वैकल्पिक उपाय करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
मंदिर के आसपास अतिक्रमण हटाया जाएगा
SDO ने मंदिर के नीचे बनी झुग्गी-झोपड़ी और दुकानों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने अतिक्रमण हटाने का आदेश देते हुए बताया कि जल्द ही इस क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को आने-जाने में कोई परेशानी न हो।
Also Read : ड्यूटी के दौरान बिना यूनिफॉर्म और नेम प्लेट के दिखे पुलिसकर्मी तो होगी कार्रवाई