Ranchi : झालसा के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डालसा), रांची द्वारा रविवार को संत एगनेश बालिका उच्च विद्यालय और संत स्टीफन स्कूल, इटकी में विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में डिप्टी एलएडीसी राजेश कुमार सिन्हा ने मुख्य रूप से नालसा की साथी, डॉन, जागृति और आशा योजनाओं पर फोकस किया। उन्होंने बताया कि साथी योजना के तहत ऐसे 18 वर्ष से कम उम्र के बेसहारा, निराश्रित बच्चों की पहचान कर उन्हें कानूनी और सामाजिक मदद दी जाती है। अब तक 1200 से अधिक बच्चों की पहचान की जा चुकी है।
डॉन योजना पर बोलते हुए उन्होंने युवाओं को नशा से दूर रहने की सलाह दी और बताया कि नशीले पदार्थों का सेवन, भंडारण, व्यापार या सेवन कानूनन अपराध है और इसके लिए कठोर सजा का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि नशा सीधे दिमाग पर असर डालता है और युवाओं के भविष्य को बर्बाद कर सकता है।
उन्होंने यह भी बताया कि 18 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों और 21 वर्ष से कम उम्र के लड़कों का विवाह कानूनन अवैध है और बाल विवाह करने या उसमें शामिल होने वालों को सजा हो सकती है।
कार्यक्रम में पीएलवी सोनु कुमार साहू ने डालसा से मिलने वाली मुफ्त कानूनी सहायता की जानकारी दी।
पायल कुमारी और राकेश मिश्रा ने वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन और मइया सम्मान योजना के बारे में विस्तार से बताया।
अजय कुमार गोप और शंकर साहू ने मध्यस्थता और लोक अदालत के महत्व पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के अंत में डालसा की ओर से पंपलेट और लिफलेट का वितरण भी किया गया, जिससे लोग कानून और सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक हो सकें।
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