Ranchi : ओड़िशा के पूर्व राज्यपाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और राज्य सरकार की मंत्री व कांग्रेस नेता दीपिका पांडे सिंह के बीच रविवार को एक ट्रेन यात्रा के दौरान अनौपचारिक मुलाकात हुई। यह मुलाकात दुमका से रांची लौटते समय हुई, जिसमें दोनों नेताओं ने पेसा कानून (पंचायत उपबंध विस्तार अनुसूचित क्षेत्र अधिनियम) के प्रभावी क्रियान्वयन और इसके जनजातीय क्षेत्रों में संभावित प्रभावों पर सार्थक चर्चा की।
दोनों के बीच पेसा कानून पर हुई सार्थक चर्चा
रघुवर दास ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि, “आज साहेबगांज से रांची आने के दौरान ट्रेन में झारखंड की ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री दीपिका पांडे सिंह जी स्नेहिल मुलाकात हुई। उन्हें राज्य और आदिवासियों के हित में पेसा कानून लागू कराने में दलगत भावना से ऊपर उठकर कार्य करने का सुझाव दिया। रूढ़िवादी परंपरा को लागू करने से आदिवासियों को स्वशासन का अधिकार मिलेगा।”
आज साहेबगांज से रांची आने के दौरान ट्रेन में झारखंड की ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री श्रीमती दीपिका पांडे सिंह जी स्नेहिल मुलाकात हुई।
उन्हें राज्य और आदिवासियों के हित में पेसा कानून लागू कराने में दलगत भावना से ऊपर उठकर कार्य करने का सुझाव दिया। रूढ़िवादी परंपरा को लागू… pic.twitter.com/Gmv3gzahAY
— Raghubar Das (@dasraghubar) June 22, 2025
मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने भी एक्स पर इस मुलाकात का जिक्र करते हुए लिखा, “रांची यात्रा के दौरान ट्रेन में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास जी से आत्मीय भेंट हुई। इस अवसर पर पेसा कानून के प्रभावी क्रियान्वयन, इसके जनहितकारी उद्देश्य और विशेष रूप से जनजातीय क्षेत्रों में इसके अधिकारों और संभावित प्रभावों को लेकर सार्थक चर्चा हुई।” इस दौरान रघुवर दास ने दीपिका पांडे सिंह को उनके जन्मदिन की बधाई भी दी।
आज रांची यात्रा के दौरान ट्रेन में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास जी से आत्मीय भेंट हुई। इस अवसर पर पेसा कानून के प्रभावी क्रियान्वयन, इसके जनहितकारी उद्देश्य और विशेष रूप से जनजातीय क्षेत्रों में इसके अधिकारों और संभावित प्रभावों को लेकर सार्थक चर्चा हुई।… pic.twitter.com/gULq50IrHq
— Dipika Pandey Singh (@DipikaPS) June 22, 2025
पेसा कानून पर झारखंड में राजनीतिक विवाद तेज
पेसा कानून को लेकर झारखंड की सियासत में इन दिनों तीखी बहस छिड़ी है। जहां एक ओर BJP वर्तमान हेमंत सोरेन सरकार पर इस कानून को लागू करने में देरी का आरोप लगा रही है, वहीं कांग्रेस पार्टी ने हाल ही में इस मुद्दे पर विशेष मंथन किया और इसे जल्द से जल्द लागू करने का संकल्प लिया। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान मंत्री के बीच इस विषय पर हुई चर्चा को राजनीतिक गलियारों में काफी अहम माना जा रहा है। उल्लेखनीय है कि रविवार को ही दुमका में रघुवर दास की मुलाकात नेता प्रतिपक्ष और BJP प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी से भी हुई थी। रघुवर दास संताल परगना के दौरे पर थे और उनकी इन मुलाकातों ने झारखंड की सियासत में नई चर्चाओं को जन्म दिया है।
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