Johar Live Desk : अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और उनका प्रशासन एक बार फिर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी पर सख्त हो गया है। अब हार्वर्ड को विदेशी छात्रों को दाखिला देने से रोक दिया गया है। यह फैसला तब लिया गया जब होमलैंड सिक्योरिटी की सचिव क्रिस्टी नोएम ने पत्र लिखकर कहा कि जब तक विश्वविद्यालय के खिलाफ चल रही जांच पूरी नहीं होती, यह प्रतिबंध लागू रहेगा।
सरकार ने आरोप लगाया है कि हार्वर्ड विश्वविद्यालय यहूदी विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ सहयोग कर रहा है। प्रशासन का कहना है कि विदेशी छात्रों को दाखिला देना कोई अधिकार नहीं, बल्कि एक विशेषाधिकार है।
हार्वर्ड को 72 घंटे में जरूरी जानकारी देने को कहा गया है, ताकि वह “स्टूडेंट एंड एक्सचेंज विज़िटर प्रोग्राम” में फिर से शामिल हो सके। विश्वविद्यालय की वेबसाइट के अनुसार, हर साल 500 से 800 भारतीय छात्र यहां पढ़ाई करते हैं। फिलहाल 788 भारतीय छात्र हार्वर्ड में नामांकित हैं। हार्वर्ड की स्थापना 1636 में हुई थी और यह दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक है। हाल ही में सरकार ने विश्वविद्यालय की सरकारी फंडिंग में भी कटौती की घोषणा की थी।
#US: ट्रम्प प्रशासन ने #HarvardUniversity में विदेशी विद्यार्थियों के दाखिले पर रोक लगा दी है। अमरीका के होमलैंड विभाग की सचिव क्रिस्टी नोएम ने इस संबंध में विश्वविद्यालय को पत्र लिखा है।
विश्वविद्यालय के अनुसार, हर साल 500 से 800 भारतीय छात्र #Harvard में पढ़ते हैं।@Sec_Noem pic.twitter.com/ob8Vru57WK
— आकाशवाणी समाचार (@AIRNewsHindi) May 23, 2025
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