Palamu : कमजोर हो चुके प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (TSPC) ने एक बार फिर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश की है। शनिवार सुबह पलामू जिले के पांडू प्रखंड कार्यालय की दीवार पर TSPC का पोस्टर चिपका हुआ पाया गया। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पोस्टर जब्त कर लिया। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
पोस्टर में उग्रवादी संदेश और चेतावनी
पोस्टर में TSPC ने बीड़ी पत्ता ठेकेदारों, मुंशी और दलालों को चेतावनी दी है। साथ ही बीड़ी पत्ता मजदूरों के हक की मांग करते हुए कई बातें लिखी गई हैं। पोस्टर में लिखा है कि मजदूरों को उचित मजदूरी, दवा, खाना-पीना, कपड़ा, टेंट और रोशनी की व्यवस्था दी जानी चाहिए।
इसके अलावा लिखा गया है कि यदि मजदूरी का बकाया है, तो एक पत्ता भी खलिहान से नहीं उठाना चाहिए। मजदूरी का भुगतान प्रतिदिन करने की भी बात कही गई है।
पोस्टर में दिए गए कुछ प्रमुख संदेश:
- बीड़ी पत्ता ठेकेदार, मुंशी, दलाल होशियार, TSPC है तैयार
- माओवादी नाम पर लेवी लेने और देने वालों को जन अदालत में सजा दो
- मजदूरों को उचित मजदूरी और सुविधा मिले
- मजदूरी बकाया रहने पर काम बंद करो
- जल, जंगल, जमीन हमारा है, पर्यावरण को बचाना है
- अफीम तस्करी और पोस्ता खेती से गरीब जनता को दूर रहने की अपील
- “चाहे कोई हमें नक्सली कहे या उग्रवादी, हम चाहते हैं आज़ादी”
स्थानीय लोगों में दहशत
पांडू प्रखंड कार्यालय की दीवार पर पोस्टर चिपका देख स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई। यह कार्यालय बाजार के पास होने के कारण आम लोगों की आवाजाही वाली जगह है।
पुलिस ने शुरू की जांच
पांडू पुलिस ने पोस्टर जब्त कर लिया है और मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि पोस्टर किसने और कब चिपकाया।
मनातू थाना क्षेत्र में हाल ही में पुलिस और उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ भी हुई थी, जिससे यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि संगठन एक बार फिर से सक्रिय होने की कोशिश कर रहा है।
Also Read : पटना एयरपोर्ट पर युवक के बैग में मिला जिंदा कारतूस
Also Read : बिहार के सरकारी कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों की छुट्टियों पर लगी रोक हटी