JoharLive : भारत पर पाकिस्तान के हैकर्स ने 10 लाख से अधिक साइबर हमले किए हैं। ये हैकर्स भारतीय यूजर्स को ऑनलाइन जाल में फंसाने के लिए सक्रिय हैं, और उनके कंप्यूटर, लैपटॉप और फोन को निशाना बना रहे हैं। हाल ही में, पाकिस्तान का ट्रांसपेरेंट ट्राइब हैकिंग ग्रुप CrimsonRAT नामक एक मालवेयर फैलाने की कोशिश कर रहा है। ये हैकर्स सरकारी फाइल जैसी दिखने वाली PDF फाइलें भेज रहे हैं, जिनमें फिशिंग लिंक छिपे होते हैं। इन फाइलों के जरिए भारतीय यूजर्स को साइबर ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। खासकर, ये फाइलें पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ी अपडेट्स के विषय में भेजी जा रही हैं। यदि कोई यूजर इन फाइलों को खोलता है, तो हैकर्स उसके सिस्टम में घुस जाते हैं। इन हैकर्स का मुख्य निशाना डिफेंस, एजुकेशन, टेलीकम्यूनिकेशन और ट्रांसपोर्टेशन जैसे सेक्टर हैं। रिपोर्ट के अनुसार, अधिकांश साइबर हमले पाकिस्तान से हुए हैं, जबकि कुछ हमले बांग्लादेश, मोरक्को और मध्य पूर्वी देशों से भी आए हैं।
एक मई को, नेशनल साइबर क्रू नामक हैकर्स ग्रुप ने आर्मी पब्लिक स्कूल नगरोटा और सुंजवान की वेबसाइट पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय साइबर एजेंसियों ने इसे समय पर रोक दिया। इसके अलावा, 29 अप्रैल को पाकिस्तानी हैकर्स ने आर्मी पब्लिक स्कूल रानीखेत और श्रीनगर की वेबसाइटों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिसमें भड़काऊ सामग्री अपलोड की गई थी, लेकिन वे सफल नहीं हो पाए। पाकिस्तानी हैकर्स ने 29 अप्रैल को राजस्थान शिक्षा विभाग की वेबसाइट को भी हैक किया, जिसमें “अगला हमला गोलियों से नहीं, टेक्नोलॉजी से होगा” लिखा गया था। इसी दिन, स्वायत्त शासन और नगरीय विकास विभाग (DLB) और जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) की वेबसाइटों को भी हैक किया गया।
इन सभी साइबर हमलों को तुरंत रोक दिया गया है। इसलिए, भारतीय यूजर्स को अपने कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल को सुरक्षित रखने की आवश्यकता है और बिना वजह किसी भी लिंक पर क्लिक करने से बचना चाहिए।
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