Patna : बिहार के कई जिलों में बाढ़ की आशंका तेज हो गई है। वाल्मीकिनगर स्थित गंडक बैराज से रविवार सुबह मिले आंकड़ों के अनुसार, भारी जलप्रवाह दर्ज किया गया है। बैराज से ऊपरी दिशा में 1,09,500 क्यूसेक और निचली दिशा में 86,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। ऊपरी जलस्तर 362 फीट और निचला 345 फीट रिकॉर्ड किया गया, जो बढ़ते जलस्तर का संकेत है।
स्थिति को देखते हुए जल संसाधन विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। बेतिया, गोपालगंज, सारण और छपरा जिलों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। फिलहाल गंडक नहर प्रणाली से छोड़ा गया पानी उसकी क्षमता से कम है, जिससे प्रशासन जल प्रबंधन को संतुलन में रखने का प्रयास कर रहा है।
ईस्टर्न मेन कैनाल से 9,000 क्यूसेक (क्षमता 15,645 क्यूसेक), वेस्टर्न मेन कैनाल से 14,500 क्यूसेक (क्षमता 18,800 क्यूसेक) और सारण मुख्य नहर से 4,120 क्यूसेक (क्षमता 8,530 क्यूसेक) पानी छोड़ा जा रहा है।
नेपाल के देवघाट से भी गंडक नदी में 1,22,349 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की सूचना है। वर्तमान में वहां जलस्तर 4.43 मीटर है, जो चेतावनी (7.3 मीटर) और खतरे के स्तर (9.0 मीटर) से नीचे है, लेकिन लगातार हो रही वर्षा को देखते हुए स्थिति पर बारीकी से निगरानी रखी जा रही है।
बिहार सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग ने तटीय और निचले इलाकों के निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी है। जरूरी सामान के साथ तैयार रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की तैयारी रखने को कहा गया है। जल संसाधन विभाग की टीमें 24 घंटे निगरानी कर रही हैं।
जनता से अपील की गई है कि किसी अफवाह में न आएं और केवल सरकारी सूचना पर भरोसा करें। किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन के हेल्पलाइन नंबरों 0612-2231785, 2201076, 2205435, 2231020 पर संपर्क करें।
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