Johar Live Desk : कैंसर एक गंभीर और जानलेवा बीमारी है, जो दुनियाभर में तेजी से फैल रही है। इसमें ब्लड कैंसर एक खतरनाक प्रकार है, जिसके बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल सितंबर में ब्लड कैंसर अवेयरनेस मंथ मनाया जाता है। इसका उद्देश्य ल्यूकेमिया, लिम्फोमा और मायलोमा जैसे रोगों के बारे में लोगों को जागरूक करना और समय पर जांच के लिए प्रोत्साहित करना है। आइए जानते हैं ब्लड कैंसर के कुछ शुरुआती लक्षण, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
रात में पसीना और बार-बार बुखार : अगर आपको बिना कारण रात में पसीना आता है या बार-बार बुखार होता है, तो यह हॉजकिन और नॉन-हॉजकिन लिम्फोमा का संकेत हो सकता है। ल्यूकेमिया में भी ऐसे लक्षण दिख सकते हैं।
बिना वजह वजन कम होना और भूख न लगना : अगर बिना डाइटिंग या मेहनत के आपका वजन तेजी से कम हो रहा है या भूख कम हो गई है, तो यह लिम्फोमा का लक्षण हो सकता है।
थकान और सांस फूलना : बिना कारण थकान, त्वचा का पीला पड़ना या सांस लेने में तकलीफ ल्यूकेमिया के कारण हो सकती है। यह एनीमिया का संकेत हो सकता है, जो ब्लड कैंसर में आम है।
हड्डी या पीठ में लगातार दर्द : मल्टीपल मायलोमा के कारण हड्डियों में दर्द, फ्रैक्चर या लगातार पीठ दर्द हो सकता है। इसे सामान्य समझकर अनदेखा न करें।
बिना रैश वाली खुजली : लगातार बिना रैश वाली खुजली हॉजकिन और नॉन-हॉजकिन लिम्फोमा का लक्षण हो सकती है। इसे जांच करवाना जरूरी है।
आसानी से चोट लगना या ब्लीडिंग : ल्यूकेमिया के कारण प्लेटलेट्स कम होने से आसानी से चोट, नाक या मसूड़ों से खून बहना या त्वचा पर लाल धब्बे (पेटीकिया) दिख सकते हैं।
बार-बार संक्रमण : बार-बार बुखार के साथ संक्रमण होना ल्यूकेमिया में कम या खराब व्हाइट ब्लड सेल्स का संकेत हो सकता है।
डॉक्टरों का कहना है कि इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें और समय पर जांच करवाएं। जल्दी पता चलने से ब्लड कैंसर का इलाज संभव है। इस सितंबर, जागरूक बनें और दूसरों को भी जागरूक करें।