Johar Live Desk : हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन की शुरुआत भारतीय शेयर बाजार के लिए कुछ खास नहीं रही। शुक्रवार सुबह जैसे ही बाजार खुला, सेंसेक्स 49 अंकों की गिरावट के साथ 81,951 पर और निफ्टी 19 अंक टूटकर 25,064 पर खुला। बैंकिंग सेक्टर भी कमजोर नजर आया और बैंक निफ्टी 199 अंकों की गिरावट के साथ 55,556 पर आ गया।
शुरुआत में ही बाजार पर दबाव दिखने लगा और कुछ ही देर में बिकवाली तेज हो गई। सेंसेक्स लगभग 300 अंक टूट गया, वहीं निफ्टी भी 25,000 के नीचे लुढ़क गया। बाजार की इस गिरावट का असर सेक्टोरल इंडेक्स पर भी दिखा। नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां, मेटल, रियल्टी और प्राइवेट बैंकिंग शेयरों में सबसे ज्यादा दबाव देखने को मिला। हालांकि मीडिया, फार्मा और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स जैसे सेक्टरों में थोड़ी मजबूती बनी रही, जिससे बाजार को कुछ राहत जरूर मिली।
ग्लोबल मार्केट से भी अच्छे संकेत नहीं मिले। अमेरिकी बाजार गुरुवार को लाल निशान में बंद हुए। डाओ जोन्स करीब 150 अंक और नैस्डैक 70 अंक गिरा। वहीं, गिफ्ट निफ्टी भी सुबह 81 अंक तक फिसल गया था। अब निवेशकों की नजर जैकसन होल में फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के भाषण पर है, जिससे आगे की दिशा तय हो सकती है।
हालांकि, बाजार में गिरावट के बीच भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर एक राहत भरी खबर सामने आई है। अगस्त महीने में देश के प्राइवेट सेक्टर की ग्रोथ रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। नए ऑर्डर्स में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई, जिससे सर्विस सेक्टर का परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) 65.6 के स्तर पर पहुंच गया, जो अब तक का सबसे ऊंचा आंकड़ा है।
कमोडिटी बाजार की बात करें तो कच्चे तेल की कीमतों में 1 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है और यह 67 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। सोना लगभग स्थिर रहा और 3,380 डॉलर प्रति औंस पर टिका है। वहीं चांदी में एक प्रतिशत की तेजी देखी गई और यह अंतरराष्ट्रीय बाजार में 38 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर पहुंच गई। घरेलू बाजार में भी चांदी 1,150 रुपये महंगी होकर 1,13,700 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई।
निवेशकों की गतिविधि पर नजर डालें तो घरेलू निवेशकों ने लगातार 33वें दिन बाजार में खरीदारी जारी रखी। गुरुवार को घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 2,500 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। विदेशी निवेशकों ने भी हल्की खरीदारी की और 1,233 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
कॉर्पोरेट जगत से भी कुछ अहम खबरें आई हैं। आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी विप्रो ने सैमसंग की सहयोगी कंपनी हार्मन के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन सॉल्यूशंस बिजनेस को खरीदने का ऐलान किया है। यह डील लगभग 3,300 करोड़ रुपये की बताई जा रही है। इसमें विप्रो हार्मन में 100 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी। वहीं, हेल्थकेयर सेक्टर की बड़ी कंपनी अपोलो हॉस्पिटल्स में करीब 1,400 करोड़ रुपये की ब्लॉक डील होने की संभावना है, जिसमें प्रमोटर्स कंपनी का लगभग 1.25 प्रतिशत हिस्सा बेच सकते हैं।
कुल मिलाकर, शेयर बाजार में आज की शुरुआत धीमी रही, लेकिन देश की अर्थव्यवस्था और कंपनियों की गतिविधियों से कुछ सकारात्मक संकेत भी मिले हैं। अब देखना होगा कि बाजार आगे कैसी दिशा पकड़ता है।
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