Chatra : चतरा एसपी सुमित कुमार अग्रवाल की एक गोपनीय चिट्ठी इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। यह पत्र 21 जुलाई को प्रतापपुर थाना प्रभारी कासिम अंसारी को भेजा गया था। इसमें थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया था।
वायरल पत्र के अनुसार, ग्राम गिद्धा निवासी प्रमोद साव के घर अवैध शराब की खेप उतारे जाने की गुप्त सूचना एसपी कार्यालय को मिली थी। इस आधार पर प्रतापपुर थाना प्रभारी को जांच और कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन आरोप है कि थाना प्रभारी ने कार्रवाई करने के बजाय पंचायत के मुखिया के जरिए उक्त सूचना प्रमोद साव तक पहुंचा दी। परिणामस्वरूप, पुलिस के मौके पर पहुँचने से पहले ही अवैध शराब को हटा दिया गया।
पत्र में एसपी ने लिखा कि यह आचरण थाना प्रभारी की गंभीर लापरवाही, मनमानी, अनुशासनहीनता और संदिग्ध व्यवहार को दर्शाता है। साथ ही, इससे यह भी स्पष्ट होता है कि थाना क्षेत्र में अवैध शराब के कारोबार को थाना प्रभारी का संरक्षण प्राप्त है।
इसके बावजूद अब तक थाना प्रभारी के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इससे पुलिस महकमे की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। लोग यह पूछ रहे हैं कि जब खुद एसपी ने थानेदार के आचरण को संदिग्ध और कर्तव्य की घोर लापरवाही माना है, तो फिर कार्रवाई क्यों टाली जा रही है?
स्थानीय कुछ लोगों का कहना है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषी पाए जाने पर थाना प्रभारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करनी चाहिए। हालांकि, चतरा एसपी सुमित अग्रवाल के सरकारी नंबर 9431706359 पर कई दफा फोन लगाकर बात करने की कोशिश की गई, पर बात नहीं हो सकी। “इस नंबर पर अभी कॉल संभव नहीं है” कहा जा रहा था।
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