Johar Live Desk : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने 2 अक्टूबर को नागपुर के रेशमबाग मैदान में विजयादशमी का भव्य उत्सव मनाया। इस बार का समारोह खास रहा क्योंकि संघ अपनी स्थापना के 100 साल पूरे होने का जश्न मना रहा है। इस अवसर पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने संबोधन दिया और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
मोहन भागवत ने दिए कई महत्वपूर्ण संदेश
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अपने भाषण में गुरु तेग बहादुर, महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि ये दिन कई ऐतिहासिक व्यक्तित्वों की जयंती का दिन है, जिन्होंने समाज और देश के लिए बलिदान दिया।
भागवत ने स्वदेशी के उपयोग पर जोर देते हुए कहा कि आज भारत को आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है और हमें स्वदेशी वस्तुओं का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए।

उन्होंने देश की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई और पहलगाम की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि हमें और अधिक सक्षम बनने की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने सेना के ऑपरेशन सिंदूर और प्रयागराज कुंभ की सफलताओं की भी सराहना की।
रामनाथ कोविंद बोले – गांधी जी भी संघ से प्रभावित थे
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि महात्मा गांधी खुद संघ के कार्यों और अनुशासन से प्रभावित थे। उन्होंने 1947 में दिल्ली में संघ की रैली को संबोधित किया था और संघ में जातिभेद रहित माहौल की तारीफ की थी।
21000 स्वयंसेवकों की भागीदारी, विदेशी मेहमान भी हुए शामिल
रेशमबाग मैदान में हुए इस कार्यक्रम में करीब 21,000 स्वयंसेवकों ने भाग लिया। विजयादशमी उत्सव के साथ ही संघ के शताब्दी वर्ष समारोह की शुरुआत भी हो गई है।
इस अवसर पर घाना, इंडोनेशिया, थाईलैंड, ब्रिटेन, अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका से भी मेहमान शामिल हुए। साथ ही भारत के प्रमुख उद्योगपतियों को भी आमंत्रित किया गया था।
पीएम मोदी ने जारी किया विशेष डाक टिकट और सिक्का
संघ की 100वीं वर्षगांठ के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 अक्टूबर को दिल्ली में एक विशेष डाक टिकट और स्मारक सिक्का भी जारी किया था।
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