Jamshedpur: टाटा स्टील में इस साल कर्मचारियों को 16.68% बोनस मिलेगा, जो पिछले साल के 17.89% से कम है। पिछले साल कर्मचारियों को 20% तक बोनस मिलने की उम्मीद थी, लेकिन इस बार उनकी आशाएँ पूरी नहीं हो सकीं। बोनस में कमी से टाटा स्टील के कर्मचारियों में नाराजगी है।
कर्मचारी बताते हैं कि पिछले दो सालों में कंपनी ने उन्हें 20% तक बोनस दिया था। हालांकि, टाटा वर्कर्स यूनियन इस बार कर्मचारियों की उम्मीद के मुताबिक कुछ खास कर पाने में सफल नहीं रही। बोनस में यह कमी साल दर साल घटती जा रही है और इसके कारण कर्मचारियों में निराशा है।
इस साल बोनस की कुल रकम 303.12 करोड़ रुपये है। कई कर्मचारी इसे भी पर्याप्त मानते हुए खुश हैं, लेकिन कई लोग अब खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर करने से कतराते हैं। कर्मचारियों का मानना है कि इस बोनस का असर आने वाले टाटा वर्कर्स यूनियन के चुनाव पर पड़ सकता है। सूत्र बताते हैं कि कुछ यूनियन नेता पिछले दो सालों में कम बोनस मिलने को चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी में हैं।
यूनियन नेताओं का तर्क है कि इस साल टाटा स्टील के मुनाफे में कमी आई है। कंपनी का मुनाफा इस बार 9,255.5 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल यह 11,275 करोड़ रुपये था।
बोनस की गणना का नया फार्मूला साल 2014 में तैयार किया गया था। इसके अनुसार बोनस की राशि मुनाफे का 1.5 प्रतिशत, प्रोफिटेबिलिटी (प्रति टन सेलिबल स्टील पर लाभ), प्रोडक्टिविटी (प्रति टन क्रूड स्टील का प्रति व्यक्ति वार्षिक उत्पादन) और सेफ्टी (एलटीआईआर) के आधार पर तय होती है।