Johar Live Desk: समाजवादी पार्टी से निकाली गई विधायक पूजा पाल ने अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी अपराधियों को संरक्षण देती है और उन्हें आशंका है कि सपा से जुड़े माफिया उनकी हत्या कर सकते हैं।
बसपा विधायक राजू पाल की विधवा पूजा पाल का कहना है कि उनके पति को दिनदहाड़े एके-47 से गोलियों से भून दिया गया था और उस समय सपा की सरकार थी। उनके अनुसार हत्या के बाद भी सपा ने उनके खिलाफ अतीक अहमद के भाई अशरफ को चुनाव मैदान में उतारा।
पूजा पाल का आरोप है कि उन्हें राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के कारण नहीं बल्कि विधानसभा में अतीक अहमद का नाम लेने की वजह से सपा से निष्कासित किया गया।
अखिलेश यादव के इस बयान पर कि सपा ने उन्हें विधायक बनाया जबकि भाजपा ने विरोध किया, उन्होंने कहा कि उन्हें कभी मंत्री बनने की इच्छा नहीं थी। उनका एक ही लक्ष्य था—पति के हत्यारों को सज़ा दिलाना। उन्होंने दावा किया कि योगी आदित्यनाथ की सरकार ने न्याय दिलाया जबकि सपा हमेशा अपराधियों का साथ देती रही।
पूजा पाल ने चेतावनी दी कि सपा से निकाले जाने के बाद अतीक अहमद परिवार के हौसले बुलंद हुए हैं। उनका कहना है कि योगी सरकार के दबाव में वे भले खामोश हों, लेकिन सपा की नीतियों ने उनका मनोबल बढ़ा दिया है।
उन्होंने सपा की पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) नीति पर भी सवाल खड़े किए। उनका कहना है कि अखिलेश यादव बार-बार इसका अर्थ बदलते रहते हैं। वह खुद पाल समाज की बेटी हैं, जो गरीब और पिछड़ा वर्ग है, लेकिन सपा सरकार में अति पिछड़ों को हमेशा नज़रअंदाज़ किया गया और अपनी जाति व मुसलमानों को प्राथमिकता दी गई।
उन्होंने साफ कहा कि उन्हें भाजपा नेताओं से कोई खतरा नहीं है। उनके मुताबिक वे जीवनभर खतरों का सामना करती रही हैं और पाल समाज चट्टान की तरह उनके साथ खड़ा है।
ध्यान देने योग्य है कि 2005 में उनके पति राजू पाल की हत्या में अतीक अहमद का नाम आया था। वहीं, 15 अप्रैल 2023 को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस सुरक्षा के बीच गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।