Patna : लोक आस्था के महापर्व छठ के मौके पर पटना नगर निगम ने गंगा की स्वच्छता बनाए रखने के लिए सराहनीय कदम उठाया है। निगम ने गंगा घाटों पर “स्वच्छता कलश” लगाए हैं, जिनमें श्रद्धालु पूजा के बाद फूल-माला, दीप और अन्य पूजन सामग्री डाल सकेंगे। इसका उद्देश्य गंगा में प्रदूषण रोकना और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है।
इन स्वच्छता कलशों की स्थापना कलेक्ट्रेट घाट, गांधी घाट, कंगन घाट, भद्र घाट और 93 नंबर घाट समेत कई स्थानों पर की गई है। नगर निगम की टीमें रोजाना इन कलशों को खाली कर सफाई करेंगी ताकि गंगा निर्मल बनी रहे। नगर आयुक्त यशपाल मीणा ने बताया कि छठ पर्व आस्था और स्वच्छता का प्रतीक है, इसलिए श्रद्धालुओं से अपील है कि वे गंगा में सीधे सामग्री विसर्जित न करें।
सुरक्षा के लिए भी प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। एनडीआरएफ की 9 टीमें (277 सदस्य), एसडीआरएफ की 9 टीमें (36 सदस्य), 444 गोताखोर, 323 नावें और सिविल डिफेंस के 149 वॉलंटियर घाटों पर तैनात रहेंगे। रिवर पेट्रोलिंग की जाएगी और अवैध नाव परिचालन पर सख्त कार्रवाई होगी।

पटना जिले में इस बार करीब 550 घाटों पर छठ पूजा आयोजित होगी। नगर निगम क्षेत्र में 102 घाट, 45 पार्क और 63 तालाबों पर भी श्रद्धालु पूजा करेंगे।
घाटों पर प्रशासन ने कई सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं
- अस्थायी शौचालय: 552
- यूरिनल: 450
- रनिंग वाटर नल: 185
- पानी के टैंकर: 50
- चापाकल: 37
- अस्थायी चेंजिंग रूम: 400
- वॉच टावर: 171
- नियंत्रण कक्ष: 112
नगर निगम, जिला प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस मिलकर भीड़ प्रबंधन की तैयारी में जुटे हैं। उद्देश्य है कि श्रद्धालु छठ पूजा स्वच्छ, सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल में कर सकें।
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