Ranchi : सरना धर्म कोड की मांग को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) एक बार फिर सड़कों पर उतरने की तैयारी में है। पार्टी ने 27 मई को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में विशाल धरना देने का ऐलान किया है। यह आंदोलन चरणबद्ध रूप से आगे बढ़ेगा। JMM के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडे ने कहा कि जब तक राज्य में सरना धर्म कोड लागू नहीं किया जाता, तब तक जातीय जनगणना नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने केंद्र सरकार पर आदिवासी समुदाय की उपेक्षा का आरोप लगाया और कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अब तक इस मुद्दे पर कोई सकारात्मक पहल नहीं की है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। सरना धर्म कोड को लेकर कांग्रेस के प्रस्तावित कार्यक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए जेएमएम ने कहा कि कांग्रेस गठबंधन की साझीदार है और उसे इस मुद्दे पर स्पष्ट भूमिका निभानी चाहिए। जेएमएम का कहना है कि सरना धर्म कोड आदिवासियों की पहचान और धार्मिक स्वतंत्रता से जुड़ा मुद्दा है और पार्टी इसके लिए निर्णायक लड़ाई लड़ेगी।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) का सरना धर्म कोड के लिए डटकर खड़ा होना सराहनीय है। यह सिर्फ एक धर्म कोड नहीं, आदिवासी अस्मिता, संस्कृति और अधिकारों की लड़ाई है। हम इस ऐतिहासिक कदम का समर्थन करते हैं। @rashtrapatibhvn @narendramodi @HemantSorenJMM https://t.co/bacPGXbomJ
— Tribal Army (@TribalArmy) May 20, 2025
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