Ranchi : झारखंड राज्य बाल संरक्षण सोसायटी (JSCPS), महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग, यूनिसेफ और सेंटर फॉर चाइल्ड राइट्स (NUSRL) के सहयोग से राज्य में फॉस्टर केयर और आफ्टर केयर कार्यक्रम को गति देने की दिशा में ठोस पहल की गई है। इस कार्यक्रम की शुरुआत अप्रैल 2025 से चाईबासा, बोकारो और हजारीबाग जिलों में की गई है। इसका उद्देश्य बाल संरक्षण तंत्र को मजबूत करना, समुदाय की भागीदारी बढ़ाना और विभिन्न विभागों व एजेंसियों के बीच समन्वय स्थापित करना है। कार्यक्रम को चरणबद्ध ढंग से लागू किया जा रहा है। इसमें पात्र बच्चों की पहचान, पालक परिवारों का चयन, काउंसलिंग, जागरूकता अभियान, बच्चों का सुरक्षित प्लेसमेंट और लगातार फॉलो-अप शामिल हैं।

रांची में हुई समीक्षा एवं योजना बैठक
रांची में दो दिवसीय समीक्षा और योजना बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता JSCPS के निदेशक-सह-सचिव विजय कुमार सिन्हा ने की। उन्होंने विशेष रूप से चाईबासा जिले के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल अन्य जिलों के लिए भी मॉडल बन सकती है। उन्होंने राज्य की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
अगले छह महीनों की कार्ययोजना
बैठक में यूनिसेफ की चाइल्ड प्रोटेक्शन विशेषज्ञ प्रीति श्रीवास्तव, मेंटर्स अनुराग मेहता और रजना श्रीवास्तव सहित जिला टीमों ने भाग लिया। सभी ने मिलकर आगामी छह महीनों के लिए जिला-विशेष कार्ययोजना तैयार की। इस दौरान अभाष, अन्नु, देविका रानी साहू (JSCPS), गौरव (यूनिसेफ-UNV), नरेंद्र शर्मा और डॉ. मोहम्मद तबरेज़ आलम भी मौजूद रहे।


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