Ranchi : अंतरराष्ट्रीय हिंदी साहित्य भारती की झारखंड इकाई ने 27 जुलाई 2025 को आयोजित होने वाली एक दिवसीय हिंदी साहित्य गोष्ठी की तैयारियों को लेकर एक बैठक का आयोजन किया। यह बैठक पुरानी विधानसभा सभागार परिसर, रांची में सम्पन्न हुई। इस बैठक में कार्यक्रम की रूपरेखा, जिम्मेदारियों का बंटवारा और आयोजन की तैयारियों पर चर्चा हुई।
मौके पर राष्ट्रीय महामंत्री शुक्ला ने कहा, “हिंदी केवल एक भाषा नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक आत्मा है।” उन्होंने गोष्ठी को सफल बनाने के लिए पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया और झारखंड इकाई की सक्रियता की सराहना की।
वहीं इस बैठक के संयोजक अजय राय ने बताया कि 27 जुलाई को होने वाला यह आयोजन प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के अनेक प्रतिष्ठित साहित्यकारों, शिक्षाविदों और हिंदी प्रेमियों को एक मंच पर लाएगा। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में दीप प्रज्वलन, सरस्वती वंदना, स्वागत भाषण, साहित्यिक परिसंवाद, कवि सम्मेलन, तथा सम्मान समारोह जैसे विविध सत्र होंगे।
राय ने बताया कि कार्यक्रम में विद्वानों द्वारा विस्तृत विचार-विमर्श किया जाएगा। कार्यक्रम के संचालन, अतिथि सत्कार, मंच व्यवस्था, मीडिया समन्वय और पंजीकरण इत्यादि के लिए विभिन्न कार्यसमितियाँ गठित की जा चुकी हैं, जो समयबद्ध रूप से कार्य कर रही हैं।
वहीं प्रदेश अध्यक्ष अरुण सज्जन ने उपस्थित पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से अपेक्षा की कि वे इस ऐतिहासिक आयोजन को यादगार बनाने में सक्रिय भागीदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि इस तरह की गोष्ठियां साहित्य को जन-जन तक पहुंचाने और नई पीढ़ी को भाषा और संस्कृति से जोड़ने का एक प्रभावी माध्यम हैं।
इस बैठक में प्रदेश मीडिया प्रभारी बृजेंद्र नाथ मिश्र, वरिष्ठ साहित्यसेवी बलराम पाठक, तथा अन्य सक्रिय सदस्यगण उपस्थित रहे। सभी ने आयोजन को लेकर अपने सुझाव दिए और आवश्यक तैयारियों की समीक्षा की।
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