Ranchi : झारखंड में सामने आए बहुचर्चित शराब घोटाले की जांच कर रही भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने अब अपनी जांच का दायरा राज्य की सीमाओं से बाहर बढ़ा दिया है। इस सिलसिले में ACB ने दिल्ली, हरियाणा और मध्य प्रदेश के भोपाल तक के कई व्यक्तियों और संस्थानों को समन जारी किया है।
8 जून के बाद होगी पूछताछ
मिली जानकारी के अनुसार ACB ने झारखंड के वर्तमान उत्पाद सचिव मनोज कुमार और हाल ही में सेवानिवृत्त हुए तत्कालीन उत्पाद आयुक्त अमित प्रकाश सहित कुल 15 लोगों को पूछताछ के लिए तलब किया है। इन सभी से 8 जून के बाद पूछताछ की जाएगी। अब तक की जांच में ACB ने पूर्व उत्पाद सचिव विनय कुमार चौबे, संयुक्त उत्पाद आयुक्त गजेंद्र सिंह, और JACBCL के दो पूर्व महाप्रबंधक (वित्त) सुधीर कुमार और सुधीर कुमार दास को गिरफ्तार किया है।
A to Z Infra Services के CEO सहित इनको समन जारी
ACB ने विजन हॉस्पिटैलिटी सर्विसेज एंड कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स मार्शन इनोवेटिव सेक्यूरिटी सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के सात निदेशकों को भी समन भेजा है, जिनसे 3 और 4 जून को पूछताछ की जाएगी। गुरुग्राम स्थित ए टू जेड इंफ्रा सर्विस (A to Z Infra Services) के CEO अमित इंद्रसेन मित्तल सहित निदेशक दीपाली मित्तल, मनोज तिवारी, अरुण गौड़, रीतू गोयल, परमात्मा सिंह राठौर, और चेयरपर्सन प्रतिमा खन्ना को भी समन जारी किया गया है। यह कंपनी झारखंड के धनबाद, सरायकेला-खरसांवा और पश्चिमी सिंहभूम जिलों में मानव संसाधन प्रदाता के रूप में कार्यरत थी।
संतोष के नेतृत्व में की जा रही जांच
इसके अलावा, ईगल हंटर्स सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक दक्ष लोहिया, सरोज लोहिया, महाराज सिंह और एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर बृह हैरी संधू तथा प्राइम वन वर्क फोर्स प्राइवेट लिमिटेड (भोपाल) के निदेशक संजीव जैन और राजीव द्विवेदी को भी समन किया गया है। ACB के जांच अधिकारी संतोष कुमार के नेतृत्व में यह जांच तेजी से आगे बढ़ रही है और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस घोटाले से जुड़े कई और बड़े खुलासे हो सकते हैं।
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