Jamtara: जामताड़ा के पुलिस अधीक्षक राजकुमार मेहता ने गुरुवार को ड्यूटी के दौरान एक बार फिर इंसानियत की मिसाल पेश की। बागडेहरी की ओर जाते समय उन्होंने कोलाजोड़ा मोड़ के समीप सड़क पर अचेत अवस्था में पड़े एक घायल व्यक्ति को देखकर तत्काल अपना काफिला रुकवाया और घायल की मदद के लिए खुद पहल की।
घायल व्यक्ति की पहचान पश्चिम बंगाल के राजनगर निवासी 47 वर्षीय सुर्येन्दु पात्रा के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, वह कुंडहित से साइकिल पर सवार होकर अपने घर लौट रहे थे। कोलाजोड़ा मोड़ के पास अचानक उन्हें मिर्गी का दौरा पड़ा, जिससे वे सड़क पर गिर पड़े। गिरने के दौरान उनके सिर में गंभीर चोट आई और अत्यधिक खून बहने से वे बेहोश हो गए।
इसी दौरान संयोगवश उस रास्ते से गुजर रहे एसपी राजकुमार मेहता की नजर घायल पर पड़ी। स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए उन्होंने बिना देर किए गाड़ी रुकवाई और अपने साथ मौजूद पुलिसकर्मियों को निर्देश देकर तत्काल घायल को उठवाया। फिर उन्हें कुंडहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया गया, जहां प्राथमिक इलाज जारी है।
घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्र में एसपी के इस मानवीय कार्य की सराहना होने लगी। स्थानीय लोगों ने कहा कि आमतौर पर वरिष्ठ अधिकारियों का काफिला घटनास्थल से गुजर जाता है, लेकिन एसपी मेहता ने जिस संवेदनशीलता का परिचय दिया, वह वास्तव में प्रशंसनीय है।
बता दें कि सुर्येन्दु पात्रा मूल रूप से पश्चिम बंगाल के राजनगर के निवासी हैं, लेकिन वे लंबे समय से कुंडहित मुख्यालय स्थित सिंह वाहिनी मंदिर में रह रहे हैं। स्थानीय लोग उन्हें स्नेहपूर्वक ‘चंडी दा’ के नाम से जानते हैं। मंदिर से जुड़े सामाजिक और धार्मिक कार्यों में भी वे सक्रिय रहते हैं।
फिलहाल सुर्येन्दु पात्रा की हालत स्थिर बताई जा रही है और कुंडहित सीएचसी में उनका इलाज जारी है। पुलिस प्रशासन की तत्परता और एसपी की संवेदनशीलता के चलते समय पर उन्हें चिकित्सा सहायता मिल सकी।
स्थानीय समाजसेवियों और ग्रामीणों ने इस नेक पहल के लिए एसपी राजकुमार मेहता को धन्यवाद ज्ञापित किया है।