Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    31 Jul, 2025 ♦ 1:04 PM
    • About Us
    • Contact Us
    • Webmail
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube Telegram WhatsApp
    Johar LIVEJohar LIVE
    • होम
    • देश
    • विदेश
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुड़
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सराइकेला-खरसावां
      • साहेबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • राजनीति
    • बिहार
    • कारोबार
    • खेल
    • सेहत
    • अन्य
      • मनोरंजन
      • शिक्षा
      • धर्म/ज्योतिष
    Johar LIVEJohar LIVE
    Home»जोहार ब्रेकिंग»ISRO को मिलेगा नया नेतृत्व, डॉ वी नारायणन होंगे अगले प्रमुख
    जोहार ब्रेकिंग

    ISRO को मिलेगा नया नेतृत्व, डॉ वी नारायणन होंगे अगले प्रमुख

    SinghBy SinghJanuary 8, 2025Updated:January 8, 2025No Comments2 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link
    ISRO
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link

    ISRO : भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) को जल्द ही नया नेतृत्व मिलने वाला है. मौजूदा अध्यक्ष एस. सोमनाथ का कार्यकाल समाप्त होने के बाद, 14 जनवरी से वी नारायणन इस पद की जिम्मेदारी संभालेंगे. केंद्र सरकार ने मंगलवार को उनकी नियुक्ति की अधिसूचना जारी की. वी नारायणन के नेतृत्व में, ISRO नई ऊँचाइयों तक पहुँचने के लिए तैयार है.

    Welcome V Narayanan as the new Chairman of #ISRO and Secretary of #Department of Space, effective January 14, 2025!

    A visionary leader and a pioneer in cryogenic propulsion, he’ll lead India’s journey to space excellence.🚀🌌

    Currently, he heads the Liquid Propulsion Systems… pic.twitter.com/axF1kd6yR6

    — ISRO InSight (@ISROSight) January 8, 2025

    कौन हैं डॉ वी नारायणन

    वी नारायणन इसरो के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक और लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम्स सेंटर (LPSC) के निदेशक हैं. उन्हें भारत के क्रायोजेनिक इंजन विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए जाना जाता है, एक तकनीक जिसे पहले भारत को अन्य देशों से प्राप्त करने से मना किया गया था.

    नारायणन रॉकेट और अंतरिक्ष यान प्रोपल्शन के विशेषज्ञ हैं, और उनका शैक्षिक सफर प्रेरणादायक रहा है. उन्होंने तमिल माध्यम के स्कूलों से अपनी शिक्षा प्राप्त की और फिर IIT खड़गपुर से क्रायोजेनिक इंजीनियरिंग में एम.टेक किया, जहाँ उन्हें सिल्वर मेडल से सम्मानित किया गया. इसके बाद, उन्होंने एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में पीएचडी भी की.

    इसरो में वी नारायणन का योगदान

    1984 में इसरो से जुड़ने के बाद, वी नारायणन ने 2018 में LPSC के निदेशक का पद संभाला. उनके नेतृत्व में यह केंद्र विभिन्न प्रकार के प्रोपल्शन सिस्टम्स, सैटेलाइट प्रोपल्शन और अन्य अत्याधुनिक तकनीकों पर काम कर रहा है.

    कितने साल का होगा कार्यकाल

    नए इसरो प्रमुख के रूप में वी नारायणन का कार्यकाल दो साल का होगा. साथ ही, वह अंतरिक्ष आयोग के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य करेंगे. उनकी विशेषज्ञता से ISRO को अंतरिक्ष अन्वेषण, रॉकेट लॉन्च, और नए मिशनों में मजबूती मिलेगी.

    एस. सोमनाथ का योगदान

    मौजूदा ISRO प्रमुख एस. सोमनाथ ने जनवरी 2022 में पदभार संभाला और उनके नेतृत्व में भारत ने चंद्रयान-3 के सफलतापूर्वक चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में रोवर को उतारा. यह उपलब्धि भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान दिलाई और ISRO की क्षमता को साबित किया. अब, वी नारायणन के नेतृत्व में ISRO नई दिशा में आगे बढ़ेगा और भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा.

    Also Read: झारखंड में आज कहां मिल रहा सबसे सस्ता LPG सिलेंडर, यहां देखें

    14 जनवरी aerospace engineering appointment Chairman Chandrayaan-3 cryogenic engine Dr V Narayanan IIT Kharagpur IIT खड़गपुर India India's space programme. international recognition ISRO ISRO chief ISRO प्रमुख January 14 Liquid Propulsion Systems Centre LPSC Mission new leadership PhD propulsion rocket Rocket Launch S. Somanath scientist space commission space exploration Space Research Organisation Spacecraft Technology tenure अंतरराष्ट्रीय पहचान अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन अंतरिक्ष अन्वेषण अंतरिक्ष आयोग अंतरिक्ष यान अध्यक्ष एयरोस्पेस इंजीनियरिंग एस. सोमनाथ कार्यकाल क्रायोजेनिक इंजन चंद्रयान-3 डॉ वी नारायणन नया नेतृत्व नियुक्ति पीएचडी प्रोपल्शन प्रौद्योगिकी भारत भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम मिशन रॉकेट रॉकेट लॉन्च लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम्स सेंटर वैज्ञानिक
    Follow on Facebook Follow on X (Twitter) Follow on Instagram Follow on YouTube Follow on WhatsApp Follow on Telegram
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Previous Articleझारखंड में आज कहां मिल रहा सबसे सस्ता LPG सिलेंडर, यहां देखें
    Next Article थमने का नाम नहीं ले रहा शीतलहर का कहर, इन जिलों में जारी येलो अलर्ट

    Related Posts

    झारखंड

    देवघर पहुंचीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, AIIMS के पहले दीक्षांत समारोह में होंगी मुख्य अतिथि

    July 31, 2025
    ट्रेंडिंग

    पटना में कुत्ते के नाम पर निवास प्रमाण पत्र घोटाला : कर्मचारी गिरफ्तार, जांच में नए खुलासे

    July 31, 2025
    खेल

    भारत-इंग्लैंड पांचवां टेस्ट : द ओवल में होगी कांटे की टक्कर, जानें भारत की संभावित प्लेइंग-11

    July 31, 2025
    Latest Posts

    देवघर पहुंचीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, AIIMS के पहले दीक्षांत समारोह में होंगी मुख्य अतिथि

    July 31, 2025

    पटना में कुत्ते के नाम पर निवास प्रमाण पत्र घोटाला : कर्मचारी गिरफ्तार, जांच में नए खुलासे

    July 31, 2025

    मुजफ्फरपुर में 570 करोड़ की विकास योजनाओं का शिलान्यास, CM नीतीश ने दी सौगात

    July 31, 2025

    भारत-इंग्लैंड पांचवां टेस्ट : द ओवल में होगी कांटे की टक्कर, जानें भारत की संभावित प्लेइंग-11

    July 31, 2025

    मालेगांव विस्फोट मामला : NIA कोर्ट ने साध्वी प्रज्ञा, लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित सहित सभी आरोपियों को किया बरी

    July 31, 2025

    © 2025 Johar LIVE. Designed by Forever Infotech. | About Us | AdSense Policy | Privacy Policy | Terms and Conditions | Contact Us

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.