Jamtara: संथाल परगना के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) अंबर लकड़ा शुक्रवार को नाला अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) कार्यालय के वार्षिक निरीक्षण पर पहुंचे। आगमन पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने केस से जुड़ी फाइलों, प्रॉपर्टी केसों की प्रगति और जांच की गुणवत्ता का बारीकी से जायजा लिया। सड़क दुर्घटनाओं की जांच करने वाले अधिकारियों के प्रशिक्षण की स्थिति भी उनकी समीक्षा में शामिल रही।
डीआईजी लकड़ा ने गुड सेमेरिटन योजना पर जोर देते हुए कहा कि सड़क दुर्घटना में घायल को अस्पताल पहुंचाने वाले किसी भी नागरिक को अब ₹25,000 तक का नकद इनाम मिलेगा, साथ ही प्रशंसा पत्र और राष्ट्रीय स्तर पर एक लाख रुपये तक का सम्मान भी दिया जा सकता है। उन्होंने साफ कहा कि ऐसे मददगार नागरिकों को न पुलिस और न ही अस्पताल द्वारा परेशान किया जाएगा और न ही अपनी पहचान उजागर करने की कोई बाध्यता होगी।
पत्रकारों से बातचीत में डीआईजी लकड़ा ने खुलासा किया कि सीमावर्ती क्षेत्र अफजलपुर में वर्षों से बंद पड़ी पुलिस फांड़ी को फिर से चालू किया जाएगा। यहां पुलिस पदाधिकारी और सशस्त्र बल की तैनाती होगी ताकि असामाजिक तत्वों की घुसपैठ पर लगाम लगाई जा सके।

निरीक्षण के दौरान डीआईजी ने जामताड़ा पुलिस की सराहना की और कहा कि राज्य स्तर पर जिले का प्रदर्शन दूसरे स्थान पर है। इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डाटा (IRAD) की समीक्षा की गई और थाना प्रभारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। उन्होंने वाहन जांच अभियान को और तेज करने और भविष्य में नाला में ट्रैफिक पुलिस थाना स्थापित करने का भी प्रस्ताव रखा।
इस मौके पर पुलिस अधीक्षक राजकुमार मेहता, एसडीपीओ मनोज महतो, नाला प्रभाग के पुलिस निरीक्षक राजीव कुमार, मोहम्मद फारूक, नाला थाना प्रभारी राजीव रंजन कुमार, बागडेहरी थाना प्रभारी प्रदीप राणा, कुंडहित थाना प्रभारी प्रदीप कुमार, बिंदापाथर थाना प्रभारी विकास यादव और फतेहपुर थाना प्रभारी कुंदन कुमार वर्मा समेत कई पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।