Jharkhand: कोलकाता और झारखंड में सामने आए 800 करोड़ रुपये के बहुचर्चित GST घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 10 शेल कंपनियों के बैंक खातों से 60 लाख रुपये जब्त किए हैं। यह कार्रवाई देशभर में चल रही ईडी की उन छापेमारियों का हिस्सा है, जो 7 और 8 मई को रांची, जमशेदपुर और कोलकाता में एक साथ की गईं।
ईडी की जांच में सामने आया है कि इस घोटाले का मास्टरमाइंड कोलकाता का कारोबारी शिवकुमार देवड़ा है, जिसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि देवड़ा ने 135 शेल कंपनियों के जरिये फर्जी इनवॉयस तैयार कर लगभग 800 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी को अंजाम दिया। इन कंपनियों के माध्यम से फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का लाभ उठाकर सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचाया गया।
ईडी के अनुसार, अकेले शिवकुमार देवड़ा ने सात शेल कंपनियों के जरिये 55.83 करोड़ रुपये का फर्जी आईटीसी हासिल किया। वहीं, कोलकाता के ही अमित गुप्ता और सुमित गुप्ता की कंपनियों ने मिलकर 47.51 करोड़ रुपये, जबकि जमशेदपुर के विक्की भालोटिया ने 15.95 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की।
अब तक इस मामले में ईडी ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें विक्की भालोटिया (जुगसलाई, जमशेदपुर), अमित गुप्ता और मोहित देवड़ा (दोनों कोलकाता) शामिल हैं। ये तीनों वर्तमान में रांची स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में न्यायिक हिरासत में हैं, जबकि शिवकुमार देवड़ा से ईडी की रिमांड पर पूछताछ की जा रही है।
ईडी ने छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में डिजिटल डाटा, मोबाइल फोन और दस्तावेज जब्त किए हैं, जो घोटाले से जुड़े अहम साक्ष्य माने जा रहे हैं। जांच एजेंसी का कहना है कि इन सबूतों के आधार पर जल्द ही और नाम सामने आ सकते हैं।
ईडी की इस कार्रवाई से साफ है कि सरकार GST जैसे कर घोटालों के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है और किसी भी तरह की कर चोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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