Johar Live Desk : भारत के अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में रविवार दोपहर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.4 दर्ज की गई। इसका केंद्र अंडमान सागर में 90 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था।
EQ of M: 5.4, On: 09/11/2025 12:06:28 IST, Lat: 12.49 N, Long: 93.83 E, Depth: 90 Km, Location: Andaman Sea.
For more information Download the BhooKamp App https://t.co/5gCOtjdtw0 @DrJitendraSingh @OfficeOfDrJS @Ravi_MoES @Dr_Mishra1966 @ndmaindia pic.twitter.com/uJB3jaDDI9— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) November 9, 2025
भूकंप का केंद्र अक्षांश 12.49 डिग्री उत्तर और देशांतर 93.83 डिग्री पूर्व पर था। झटके महसूस होते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की फिलहाल कोई सूचना नहीं है। विशेषज्ञों के अनुसार, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह भारत का सबसे सक्रिय भूकंपीय क्षेत्र है और इसे सीस्मिक ज़ोन-V में रखा गया है, जो सबसे अधिक संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है।
देश के अन्य संवेदनशील इलाके
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अनुसार, भारत में ज़ोन-V श्रेणी के भूकंपीय क्षेत्र देश के सबसे संवेदनशील इलाकों में गिने जाते हैं। इनमें संपूर्ण पूर्वोत्तर भारत, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्से, उत्तराखंड, गुजरात का कच्छ क्षेत्र, उत्तरी बिहार के इलाके और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह शामिल हैं। ये सभी क्षेत्र भूकंप के लिहाज से अत्यंत सक्रिय माने जाते हैं, जहां तेज झटकों का खतरा हमेशा बना रहता है।

हाल ही में तिब्बत में भी आए थे झटके
अक्टूबर के अंत में तिब्बत में 3.6 तीव्रता का भूकंप आया था। इसका केंद्र धरती से करीब 10 किलोमीटर नीचे था। इस भूकंप से भी किसी नुकसान की सूचना नहीं मिली थी। विशेषज्ञों का कहना है कि उथले भूकंप (कम गहराई वाले) आमतौर पर ज्यादा खतरनाक होते हैं, क्योंकि उनकी भूकंपीय तरंगें सतह तक जल्दी और अधिक ताकत से पहुंचती हैं, जिससे जमीन अधिक हिलती है और भवनों को नुकसान होने की संभावना बढ़ जाती है।
Also Read : कश्मीर में राष्ट्रविरोधी सोशल मीडिया गतिविधियों पर छापेमारी, कई जगहों से गैजेट जब्त

