Johar Live Desk : अक्सर हम हाथ या पैरों के सुन्न होने को मामूली थकान या झपकी का असर मानकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो यह लक्षण कई गंभीर बीमारियों की तरफ पहला संकेत हो सकता है। PSRI अस्पताल के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. भास्कर शुक्ला के अनुसार, जब शरीर के किसी हिस्से में सुन्नपन महसूस होता है, तो इसका मतलब होता है कि उस क्षेत्र की नसों में रुकावट या क्षति हो रही है। इससे मस्तिष्क तक सामान्य सिग्नल नहीं पहुंच पाते और सुन्नपन या झुनझुनी जैसी समस्याएं सामने आती हैं।
क्यों सुन्न पड़ते हैं हाथ-पैर? जानिए प्रमुख कारण
डायबिटीज़ (मधुमेह)- लंबे समय से अनियंत्रित डायबिटीज़ डायबिटिक न्यूरोपैथी का कारण बनती है, जिससे नसें कमजोर होती हैं और हाथ-पैर सुन्न, जलते या चुभते से लगते हैं।
सर्वाइकल या लम्बर स्पॉन्डिलाइटिस- रीढ़ की हड्डी से निकलने वाली नसों पर दबाव के कारण हाथ या पैरों में सुन्नता आ सकती है। अक्सर यह गर्दन या कमर के दर्द के साथ जुड़ा होता है।
विटामिन B12 की कमी- यह विटामिन नसों के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। इसकी कमी से तंत्रिका तंत्र प्रभावित होता है और सुन्नपन महसूस होने लगता है।
अन्य कारण- थायरॉइड की समस्या, मल्टीपल स्क्लेरोसिस (MS), स्ट्रोक, या कार्पल टनल सिंड्रोम भी इस लक्षण से जुड़े हो सकते हैं।
कब सतर्क हो जाएं?
यदि आपको बार-बार हाथ-पैर सुन्न होते हैं, और उसके साथ दर्द, कमजोरी, संतुलन में गड़बड़ी, या चलने में कठिनाई महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। शुरुआती जांच और सही इलाज से इन समस्याओं को समय रहते रोका जा सकता है।
क्यों जरूरी है सतर्क रहना?
शरीर हमें समय-समय पर संकेत देता है, बस ज़रूरत है उन्हें समझने की। सुन्नता एक चेतावनी हो सकती है, जिसे नजरअंदाज करना भविष्य में बड़ी बीमारी का रूप ले सकता है।
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