रांची: किसानों से प्रेम नहीं है. किसानों के रास्ते में कील ठोकने का काम करते है प्रधानमंत्री. प्रधानमंत्री को अपने शासनकाल में हुए प्रत्येक घोटाले का जवाब जनता को देना चाहिए. केरल के पांच एयरपोर्ट बिना किसी अनुभव के अदानी को ठेके पर देना, गुजरात में अदानी समूह को लाभ पहुंचाने के लिए ₹1 में 14305 एकड़ जमीन का आवंटन कर देना कितना सही है. अहमदाबाद का घोटाला उनमें से एक है. जिला सहकारी बैंक के डायरेक्टर है देश के गृहमंत्री अमित शाह. जब नोटबंदी हुई तो सिर्फ अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक में 745.58 करोड़ रुपए पांच दिनों में जमा हुए. उसके बाद देश के सभी जिला सहकारी बैंक 500 का नोट लेना बंद कर देते है. ये बातें कांग्रेस के राज्य महासचिव सह मीडिया प्रभारी राकेश सिंह ने कही. प्रधानमंत्री को यह बताना चाहिए कि इसे भ्रष्टाचार कहते है या नहीं. कबतक देश के जनता को झूठ, साजिश और षडयंत्र के तहत फंसाते रहोगे. 2 करोड़ हर साल रोजगार देने के मुद्दे को 2024 के चुनाव में एकबार भी नहीं दोहरा रहे है. गाय के नाम पर इस राज्य में दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों को पेड़ों से बांधकर जला दिया गया था. बीजेपी की सरकार थी और रघुवर दास सीएम थे. गोकशी के नाम पर पूरे देश में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अभियान चला. लोगों की जानें गई लेकिन उसका फलाफल क्या निकला. गौकशी के नाम पर इलेक्टोरल बांड के माध्यम से 250 करोड़ रुपए चंदा लिया. ये है भारतीय जनता पार्टी का चाल, चरित्र और चेहरा. और भी कई घोटाले है जिसपर कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब चाहती है.
घोटालों का जवाब झारखंड में दे गृहमंत्री
दो से तीन दिनों के अंदर देश के गृहमंत्री का दौरा झारखंड में होने जा रहा है. मैं उनसे भी पूछना चाहूंगा कि घोटालों का जवाब झारखंड में देकर जाने का काम करेंगे. सरना धर्म कोड की बात भी अपने चुनावी भाषण में करें. यह भी बताए कि दस साल तक कैसे आदिवासियों को छलने और ठगने का काम किया है. मणिपुर में आदिवासियों पर प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जो बर्बरतापूर्ण कार्रवाई हुई. झारखंड आने से पहले उन्हें आदिवासियों से माफी मांगनी चाहिए. देश की वित्त मंत्री बिट कॉइन घोटाला भी बजट में लेकर आई है. तमाम घोटाले प्रधानमंत्री के आंखों के नीचे चलते रहे. जब जनता को जवाब देने की बारी आई तो प्रधानमंत्री सनातन में इन घोटालों को उलझाना चाहते है. उन्होंने कहा कि तमाम सनातनी यह समझ चुके है कि जितना नुकसान सनातन को इन दस सालों में हुआ वह कभी नहीं हुआ था. सनातनी भी यह कह रहे है कि ये प्रधानमंत्री देश में नहीं चलेगा.
राम को लाने वाले भागने वालों को नहीं लाए
बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि ये कहते है कि राम को लेकर आए है. राम को लाने वाले ये लोग ही है. लेकिन नीरव मोदी, विजय माल्या और चौकसी को अभी तक ला नहीं पाए है. लोगों का पेट अन्न से भरता है. जिस अन्न की बात प्रधानमंत्री करते है. उसमें 5 किलो राशन मुफ्त में दिया जा रहा है. लेकिन उस राशन को पकाने वाले गैस की कीमत 1200 रुपए है. युवा दर-दर की ठोकरे खा रहे है और प्रधानमंत्री मंगलसूत्र की बात कर रहे है. देश की जनता अब सजग हो गई है. इसलिए प्रधानमंत्री की बेचैनी बढ़ गई है. उन्हें पता लग गया है कि प्रजातंत्र में जनता मालिक है. अब उनकी आंखों में धूल झोक पाना मुश्किल है. जनता ने निश्चय कर लिया है कि अब मुझे नरेंद्र मोदी जैसा सेवक और चौकीदार नहीं चाहिए.
10 सालों के जुमलों से जनता परेशान
वैभव शुक्ला ने कहा कि ये लोकतंत्र और संविधान को बचाने का चुनाव है. बीजेपी के नेता अनंत हेगड़े ने कर्नाटक में एक वक्तव्य दिया है कि अगर हम 400 सीटें लाएंगे तो देश का संविधान बदल देंगे. जनता इनके 10 सालों के जुमलों से परेशान हो चुकी है. बीजेपी वालों ने कहा था बहुत हुई महंगाई की मार, अबकी बार मोदी सरकार. 10 सालों के बाद महंगाई कहां इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. जो पेट्रोल 60-62 रुपए था वह 100 रुपए के पास पहुंच गया. 57 रुपए वाला डीजल 90 के पार है. ऐसे ही खाने के दाल और तेल की कीमतें भी आसमान छू रही है. ऐसे में गरीब आदमी क्या खाएगा और कैसे अपना घर चलाएगा. बीजेपी के मेनिफेस्टो में यूसीसी है लेकिन नौकरी का कोई मुद्दा नहीं है. प्रधानमंत्री महंगाई और बेरोजगारी पर बात नहीं करते। मणिपुर में महिलाओं हुए अत्याचार और मणिपुर के हिंसा पर दो शब्द नहीं बोलते. महीनों किसान धरने पर बैठे रहे लेकिन किसानों के हित की कोई बात प्रधानमंत्री ने कभी नहीं की.
मणिपुर हिंसा पर देश से माफी मांगनी चाहिए
वहीं सुमेर चारण ने कहा कि महिलाओं और मंगलसूत्र पर बात करने से पहले प्रधानमंत्री को मणिपुर हिंसा पर देश से माफी मांगनी चाहिए. हिंदुस्तान में सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल का मामला सामने आया है जिसका कर्ताधर्ता खुद उनकी पार्टी का सांसद प्रज्ज्वल रमन्ना है. जिसकी शिकार सैकड़ों महिलाएं हुई हैं और इसके लिए मोदी ने सिर्फ चंद दिनों पहले ही रैली के माध्यम से जिताने की अपील की थी. उसका साथ देने के लिए नीरव मोदी,विजय माल्या,मेहुल चौकसी की तरह उसे भी देश से भागने में मदद की गई.